ज़िन्दगी कभी सुहाना सफ़र है,
कभी ज़िन्दगी में मुश्किलात हैं,
पर हर हाल में और हर वक्त में,
जिंदगी जीना हँसते मुस्कुराते हैं।
ज़िन्दगी की राहें अंजाना सफर हैं,
कोई क्या जाने कब साँसे रुक जायें,
ज़िन्दगी में कभी खुशियाँ भी आयें,
और कभी ग़मों के मुकाम भी आयें।
हँसके काट लेना ओ मुसाफ़िर ये राहें,
ये तो अंजाने सफ़र हैं जाने कब आयें,
खुदा की खुदाई के फ़लसफ़े अंजाने,
इन्हें मान लेना क़िस्मत के परवाने।
आदित्य ज़िन्दगी में ऊँच-नीच और
मिलन – जुदाई के दौर आते रहेंगे,
पैदा होकर जो आये हैं इस जहाँ में,
एक दिन देखना वो सभी जाते रहेंगे।
डा० कर्नल आदि शंकर मिश्र
‘आदित्य’
मेरठ (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)उत्तर प्रदेश के मेरठ में पुलिस ने गढ़ रोड स्थित सम्राट…
प्रतीकात्मक पौड़ी (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)उत्तराखंड के पौड़ी जिले के चौबट्टाखाल क्षेत्र में एक दिल…
देवरिया, (राष्ट्र की परम्परा)पुलिस अधीक्षक देवरिया विक्रान्त वीर के निर्देशन में रविवार की सुबह 5…
हरदोई (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)। पुलिस ने एक सनसनीखेज मामले का खुलासा करते हुए बताया…
देवरिया (राष्ट्र की परम्परा)। पुलिस अधीक्षक देवरिया विक्रान्त वीर के निर्देशन में रविवार की सुबह…
आरा (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)। बिहार पुलिस ने शनिवार को भोजपुर जिले के शाहपुर इलाके…