
दस्तक अभियान के बीच सेनानी नगर में गंदगी का अंबार
महराजगंज(राष्ट्र की परम्परा)। बरसात के मौसम में संक्रामक रोगों से बचाव के लिए प्रदेश सरकार ने जुलाई से विशेष संक्रामक रोग नियंत्रण अभियान और दस्तक अभियान शुरू किया है। दावा किया गया कि हर वार्ड में सफाई, फॉगिंग और एंटी-लार्वा दवा का छिड़काव होगा। लेकिन नगर पंचायत चौक के सेनानी नगर वार्ड-4 की हकीकत इन दावों की पोल खोल रही है।मोहल्ले की गलियां गंदगी से पटी पड़ी हैं। खुली नालियां या तो टूटी हुई हैं या खुदी पड़ी हैं। गंदा पानी सड़क पर फैलकर कीचड़ बना रहा है। चारों ओर कूड़े-कचरे के ढेर हैं, जिससे मच्छरों का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है।फोटो में साफ दिखता है कि बच्चों को गंदगी और कंकड़ों से गुजरना पड़ रहा है।
स्थानीय नगर निवासी योगिंदर, वीरेंद्र, रामू, संजय, रवींद्र, पट्टू, सुदर्शन, झिंकारी, शंकर, यंत्री आदि ने बताया कि करीब डेढ़ माह पहले मोहल्ले के निवासी बाबूलाल की संक्रामक बीमारी से मौत हो चुकी है।इस हादसे के बाद लोगों को उम्मीद थी कि नगर पंचायत और स्वास्थ्य विभाग सफाई, दवा छिड़काव और फॉगिंग शुरू करेंगे, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ।लोगों का आरोप है कि सरकार का अभियान सिर्फ कागजों पर चल रहे हैं। न स्वास्थ्य टीम आई, न दस्तक अभियान के तहत कोई जागरूकता हुई। यही हाल सफाई व्यवस्था का है।
लोगों की मांग है कि नाली की तुरंत सफाई, फॉगिंग, एंटी-लार्वा दवा का छिड़काव और स्वास्थ्य विभाग की टीम का सर्वे कराया जाए। यदि तुरंत कार्यवाही नहीं हुई, तो संक्रामक बीमारियां पूरे वार्ड में फैल सकती हैं।लोगों ने सवाल उठाया कि जब सरकार रोज दावा कर रही है कि हर मोहल्ले में सफाई और छिड़काव हो रहा है, तो सेनानी नगर जैसे वार्ड क्यों छूट रहे हैं?इस वार्ड नंबर-4 के सभासद त्रिभुवन गुप्ता से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि नाली निर्माण कार्य चल रहा है। नाली पर ढक्कन नहीं लगा है। गाड़ी न जाने के अभाव में मच्छर रोधी दवा का छिड़काव नहीं हो पा रहा है।
इस सम्बन्ध में अधिशासी अधिकारी ओमप्रकाश यादव से जानकारी लेने के लिए उनके मोबाइल नंबर पर संपर्क किया, लेकिन लगातार घंटी बजने के बावजूद ईओ साहब ने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा।
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