
कथा वाचक ने बताया श्रीमद्भागवत का महात्म्य
कुशीनगर(राष्ट्र की परम्परा)
तमकुही विकास खंड के ग्राम पंचायत राजापाकड़ के छोटकी राजापाकड़ टोला में नवनिर्मित विश्वकर्मा मंदिर में प्रतिमा की स्थापना के निमित्त, रविवार से आयोजित पंच दिवसीय प्रतिष्ठात्मक श्रीविश्वकर्मा महायज्ञ एवं संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा के प्रथम दिन वृंदावन से पधारे कथावाचक अनुभव कृष्ण ने भागवत की महिमा और भगवान के दिव्य गुणों का वर्णन किया। कथावाचक ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा का परम उद्देश्य मानव के भीतर कृपानिधान पतित पावन भगवान के चरणों के प्रति अनुराग है। यही मानव शरीर की सार्थकता है और आत्म कल्याण का सुगम मार्ग है। झांकी आधारित कथा का श्रवण कर श्रद्धालु भगवान श्रीकृष्ण का जयकारा लगा उठे।इस अवसर पर यज्ञाचार्य पं. अवनींद्र नाथ शुक्ल व पं. दीपक राम त्रिपाठी ने परायण पाठ किया। इस दौरान ग्रामीण व श्रद्धालु मौजूद रहे।
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