November 22, 2024

राष्ट्र की परम्परा

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इस साल का आखिरी चंद्रग्रहण 28 अक्टूबर शरद पूर्णिमा को – आचार्य अजय शुक्ल

देवरिया(राष्ट्र की परम्परा) ग्रहण का सूतक होता है 9 घण्टे पहले से लेकर ग्रहण के समापन तक
सलेमपुर, देवरिया। इस बार भारत मे 28 अक्टूबर की मध्य रात्रि को लगने वाला चंद्रग्रहण विश्व मे दूसरा लेकिन भारत का पहला चंद्रग्रहण होगा,क्योंकि इसके कुछ माह पहले लगा चंद्रग्रहण भारत में नही लगा था। इस साल चंद्रग्रहण की शुरुआत 28-29 अक्टूबर की मध्य रात्रि 1 बजकर 5 मिनट से शुरू होकर रात्रि 2-24 बजे तक समाप्त होगा।उक्त बातें बताते हुए आचार्य अजय शुक्ल ने कहा कि किसी भी ग्रहण का सूतक 9 घण्टे पहले शुरू हो कर उसके समापन के बाद खत्म होता है।इसलिए सूतक 28 अक्टूबर की शाम 4 बजकर 5 मिनट पर शुरू हो जाएगा। सूतक काल अशुभ माना जाता है, इसलिए इस समय के पूर्व भोजन वगैरह का कार्य कर लेना धर्म के अनुसार उचित होता है।वृद्ध बीमार, व बालक इस परिधि में नही आते हैं।वैसे है तो यह खगोलीय घटना लेकिन मानव जीवन पर इसका ग्रहों के अनुसार प्रभाव पड़ता है।जब पृथ्वी सूर्य व चन्द्रमा के बीच आ जाती है तब चंद्रग्रहण लगता है। ग्रहण के समय चन्द्रमा मेष राशि, अश्विन नक्षत्र में संचरण करेगा,ऐसे में मेष राशि वाले व अश्विन नक्षत्र में जन्म लेने वाले जातकों को यह ग्रहण नही देखना चाहिए।इसी प्रकार कन्या, तुला, मकर,व मीन राशि के जातकों को संभलकर रहने की जरूरत है।ग्रहण के समय भगवान का स्मरण करें व समापन के बाद स्नानादि के बाद दान पुण्य करें।