
दिया पठन-पाठन के कार्य को और सुदृढ़ करने का दिशा- निर्देश
देवरिया(राष्ट्र की परम्परा)
को जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवरिया देवेन्द्र सिंह के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवरिया के तत्वावधान में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट तथा सिविल जज (जे0 डी0 ) द्वारा राजकीय बाल गृह का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश छाया नैन द्वारा निर्देशित किया गया कि परिसर को निरंतर स्वच्छ रखा जाये तथा बच्चों के खेलने की समुचित व्यवस्था की जायें, जिससे बच्चों का सर्वांगीण विकास हो सके। इसके साथ ही बच्चों के दिनचर्या में व्यायाम को भी रखा जाये जिससे बच्चे शारीरिक रूप से मजबूत रहें। उन्होने पठन-पाठन के कार्य को और सुदृढ़ करने का निर्देश दिया। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मनोज कुमार तिवारी द्वारा भोजन हेतु खाद्य सूची का निरीक्षण किया गया तथा भोजन में पौष्टिक आहार के साथ-साथ मीनू के अनुसार ही भोजन दिये जाने का निर्देश दिया उन्होंने कहा कि बच्चों के सुरक्षा व देख-भाल में लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। इसके लिये सचिव नें सम्बन्धित को विशेष दिशा निर्देश दिया। सचिव के द्वारा राजकीय बाल गृह के प्रपत्रों का अवलोकन करने के उपरान्त उसे व्यवस्थित करने हेतु अधीक्षक को निर्देशित किया। अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सुन्दरपाल द्वारा बच्चों के अध्ययन/सुरक्षा हेतु सम्बन्धित को निर्देशित किया गया। सिविल जज (जे0डी0) समाली मित्तल द्वारा बच्चों को स्वास्थ्य के लिए जागरूक करने हेतु निर्देशित किया गया। निरीक्षण के दौरान राजकीय बाल गृह में 27 बच्चों की उपस्थिति रहीं।
इस निरीक्षण में मुख्य रूप से अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश छाया नैन, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मनोज कुमार तिवारी, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सुन्दरपाल, सिविल जज (जे0 डी0 ) समाली मित्तल, जिला परिवीक्षा अधिकारी अनिल सोनकर, राजकीय बाल गृह देवरिया के प्रभारी अधीक्षक रामकृपाल अन्य सम्बन्धित कर्मचारीगण उपस्थित रहें।
