देवरिया (राष्ट्र की परम्परा) जिलाधिकारी की नेतृत्व वाली त्रि-सदस्यीय जांच समिति ने मंगलवार को जनपद देवरिया में जल निकासी हेतु आरसीसी स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज परियोजना (कुरना नाला) स्थल का भौतिक निरीक्षण कर परियोजना की वस्तुस्थिति का जायजा लिया। उत्तर प्रदेश शासन द्वारा परियोजना में हुई अनियमितता की जांच हेतु जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जांच समिति का गठन किया गया है। अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व देवरिया तथा मुख्य अभियंता नगर निगम गोरखपुर संजय चौहान इसके सदस्य है। इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड आरके सिंह तथा अधिशासी अभियंता सिंचाई खंड 2 दुर्गेश गर्ग को समिति को सहयोग करने के लिए नामित किया है।
अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व ने बताया कि जांच समिति ने प्रथम दृष्टया नाले के क्रॉस सेक्शन के स्ट्रक्चर डिजाइन को ठीक नहीं पाया। स्ट्रक्चर डिजाइन के परीक्षण की आवश्यकता है। कार्य की वर्कमैनशिप ठीक नहीं पाई गई। कंस्ट्रक्शन जॉइंट पर रिपेयरिंग कार्य किया जा रहा था। नाले की दीवार कई स्थानों पर टेढ़ी पाई गई। अमेठी मंदिर रोड क्रॉसिंग से डाउनस्ट्रीम साइड से नाले का समरेखण सीधा ना होकर सर्पाकार पाया गया। नाले की दीवार की मोटाई का स्लोप एक समान नहीं पाया गया। नीचे की मोटाई को ऊपर एक समान रूप से कम नहीं किया गया है। कार्य की डिजाइन के विपरीत नाले के दोनों साइड की दीवारों के ऊपरी सिरे से जगह-जगह पर बीम से जोड़ा गया है। कार्य की गुणवत्ता/डिजाइन कमी को छुपाने का प्रयास किया गया है।
अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व ने बताया कि 42 करोड़ रुपये वाली यह परियोजना जनपद की जलनिकासी व्यवस्था के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
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