December 23, 2024

राष्ट्र की परम्परा

हिन्दी दैनिक-मुद्द्दे जनहित के

दिन पर दिन तेज होते जा रहे हैं गर्मी के तेवर

भीषण गर्मी से इंसान ही नहीं पशु-पक्षी भी व्याकुल

उतरौला/बलरामपुर(राष्ट्र की परम्परा )
गर्मी के तेवर दिन ब दिन तेज होते जा रहे हैं। बारिश होने की अभी दूर-दूर तक संभावना नहीं दिखाई दे रही है। भीषण गर्मी में सिर्फ इंसान ही नहीं बल्कि पशु-पक्षी भी व्याकुल हो उठे हैं। साथ ही खेती के लिए भी मुश्किलें खड़ी हो रही हैं। रात में भी इतनी ज्यादा उमस रहती है कि पंखे गर्म हवा फेंकने लगते हैं। लोगों की नींद पूरी नहीं हो पा रही। सबसे ज्यादा परेशानी बच्चों और बीमार लोगों को हो रही है।
न्यूनतम तापमान बढ़ने से रात में उमस भी बढ़ रही है। सूर्य के तेवर सुबह से ही तीखे रहते हैं। दिन चढ़ने के साथ तपिश बढ़ती जाती है। दोपहर में तो गर्म हवाएं राहगीरों को झुलसाने लगती हैं। शाम को सूर्य अस्त होने के बाद तपिश से कुछ राहत तो मिलती है लेकिन हवा नहीं चलने से लोग उमस की वजह से परेशान रहते हैं। भीषण गर्मी से अब पशु पक्षी भी बिलबिलाए रहते हैं। अपनी प्यास बुझाने के लिए भटकते हुए दिखाई दे रहे हैं। सुबह से ही तेज गर्मी शुरू हो जाती है। जिसका सिलसिला पूरे दिन जारी रहता। गर्मी से लोग बेहाल हो रहे हैं। प्यास बुझाने के लिए पशु पक्षी भी परेशान दिख रहे हैं। जलाशय सूख जाने के कारण पशु पक्षी जल संकट से परेशान हैं। बिजली गुल होने पर गर्मी से लोग त्राहि त्राहि कर उठते हैं।

भीषण गर्मी से इंसान ही नहीं पशु-पक्षी भी व्याकुल

उतरौला,बलरामपुर(राष्ट्र की परम्परा )
गर्मी के तेवर दिन ब दिन तेज होते जा रहे हैं। बारिश होने की अभी दूर-दूर तक संभावना नहीं दिखाई दे रही है। भीषण गर्मी में सिर्फ इंसान ही नहीं बल्कि पशु-पक्षी भी व्याकुल हो उठे हैं। साथ ही खेती के लिए भी मुश्किलें खड़ी हो रही हैं। रात में भी इतनी ज्यादा उमस रहती है कि पंखे गर्म हवा फेंकने लगते हैं। लोगों की नींद पूरी नहीं हो पा रही। सबसे ज्यादा परेशानी बच्चों और बीमार लोगों को हो रही है।
न्यूनतम तापमान बढ़ने से रात में उमस भी बढ़ रही है। सूर्य के तेवर सुबह से ही तीखे रहते हैं। दिन चढ़ने के साथ तपिश बढ़ती जाती है। दोपहर में तो गर्म हवाएं राहगीरों को झुलसाने लगती हैं। शाम को सूर्य अस्त होने के बाद तपिश से कुछ राहत तो मिलती है लेकिन हवा नहीं चलने से लोग उमस की वजह से परेशान रहते हैं। भीषण गर्मी से अब पशु पक्षी भी बिलबिलाए रहते हैं। अपनी प्यास बुझाने के लिए भटकते हुए दिखाई दे रहे हैं। सुबह से ही तेज गर्मी शुरू हो जाती है। जिसका सिलसिला पूरे दिन जारी रहता। गर्मी से लोग बेहाल हो रहे हैं। प्यास बुझाने के लिए पशु पक्षी भी परेशान दिख रहे हैं। जलाशय सूख जाने के कारण पशु पक्षी जल संकट से परेशान हैं। बिजली गुल होने पर गर्मी से लोग त्राहि त्राहि कर उठते हैं।