सुलझ गया रास्ते का विवाद, लेकिन हार्ट पीड़िता निधि की बिगड़ी तबीयत बनी चर्चा का विषय

महाराजगंज (राष्ट्र की परम्परा)। विकासखंड सिसवां अंतर्गत ग्राम पंचायत परसा गिदही गांव में रास्ते के अतिक्रमण का विवाद थाने की पहल पर सुलझ तो गया, लेकिन ग्राम प्रधान पति की एकतरफा दबंगई और विरोध करने पर हार्ट पीड़िता निधि को धक्का देकर तबीयत बिगाड़ने की घटना ने गांव में चर्चा का विषय बना है। प्राप्त जानकारी के अनुसार लोगों का कहना है कि अगर ग्राम प्रधान पति पहले ही पहल कर रास्ता खाली करा देते तो मामला इतना तूल नहीं पकड़ता, और हार्ट पेशेंट निधि को यह सदमा नहीं सहना पड़ता। शिकायतकर्ता उत्तरी ने अपनी पुश्तैनी जमीन पर जबरन नाली-खड़ंजा निर्माण का विरोध किया था। थानाध्यक्ष कुंवर गौरव सिंह की सक्रियता से दोनों पक्षों में सुलह हुई और रास्ता खाली कराया गया।लेकिन उसी बीच प्रधान पति के उकसावे से विरोधी पक्ष ने रास्ता फिर रोक दिया। गौ माता की मौत से गमगीन परिवार जब अंतिम संस्कार में व्यस्त था, तभी महिलाओं ने रास्ता जाम कर दिया। विरोध करने पर हृदय रोगी निधि को धक्का दिया गया, जिससे वह बेहोश होकर अस्पताल पहुंची। तत्काल डायल 112 पर कॉल किया गया। पुलिस मौके पर पहुंची और रास्ता खाली कराया। ग्रामीणों का मानना है कि इस पूरे प्रकरण में प्रधान पति की राजनीति साफ झलक रही है। वोट की रंजिश और पत्रकारिता से उपजे विरोध की वजह से दुबे परिवार को निशाना बनाया जा रहा है। शोक में डूबे परिवार के बीच रास्ता रोकने की क्या जरूरत थी,
हृदय रोगी महिला को धक्का देकर किस बात का शक्ति प्रदर्शन, क्या यह सब चुनावी रंजिश और पुरानी खबरों के चलते हुआ। थानाध्यक्ष की सक्रियता से रास्ता खाली हो गया। थाना अध्यक्ष की लोगों में सराहना हो रही है। निधि अभी भी सहमी हुई है और उनका इलाज जारी है। गांव में लोग कह रहे हैं विवाद सुलझ गया, पर इंसानियत हार गई।