Friday, October 17, 2025
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अभद्र व्यवहार का धन उगाही का प्रधानों ने लगाया आरोप

ग्राम प्रधानों ने ग्राम पंचायत अधिकारी की जांच व विभागीय कार्रवाई की मांग

सलेमपुर/देवरिया(राष्ट्र की परम्परा)
विकास खण्ड लार के ग्राम विकास अधिकारी के पास में 12 ग्राम पंचायत है। वह किसी भी ग्राम पंचायत के विकास कार्यों में रूचि नही लेते हैं। जबकि प्रधानगण को असंसदीय अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं। जिससे नाराज ग्राम प्रधान व प्रतिनिधियों ने जिलाधिकारी को पत्र सौंपा है और इस मामले की जांच कर कार्रवाई का मांग की है। ग्राम पंचायत अधिकारी के खिलाफ प्रमुख सचिव पंचायतीराज, उ.प्र.शासन, निदेशक पंचायत राज / मिशन निदेशक स्वच्छ भारत मिशन ग्राम, आयुक्त गोरखपुर मण्डल,
उप निदेशक पंचायंत गोरखपुर, मुख्य विकास अधिकारी, जिला विकास अधिकारी को भेज कार्यवाही की मांग प्रधानों ने किया है।
ग्राम पंचायतों के प्रधानों ने आरोप लगाया है कि विकास खण्ड लार के कोहरा, पटनेजी, दोगारी मिश्र, मटियरा जगदीश समेत बारह ग्राम सभा में ग्राम विकास अधिकारी प्रमोद सिंह यादव देखते हैं। उनके द्वारा इन सभी ग्राम पंचायतों के किसी भी विकास कार्यों में रूचि नहीं ली जा रही है। उनके द्वारा ग्राम पंचायतों में कराये गये कार्यो की समस्त प्रक्रिया पूर्ण करने के उपरान्त भी विगत कई महीनों से एवं वर्तमान समय में भुगतान की प्रक्रिया जानबुझ कर लम्बित किया जा रहा है और कमीशन की मांग करते हैं। निवेदन करने पर सेक्रेटरी अभद्र असंसदीय भाषा का प्रयोग करते है जैस बधुआ मजदूर नहीं है जिसको जो करना है कर लेने की धमकी देते हैं। वहीं कुछ शब्दों का इस्तमाल मैं इस पत्र में नहीं कर सकता। साथ ही कहते है कि मेरा स्थानान्तरण होना है इसलिए कोई भुगतान की प्रक्रिया नहीं करूंगा। शिकायत कराकर आप मेरा स्थानान्तरण करवा दीजिए। मैं यही चाहता ग्राम पंचायत सचिव के पास कुल 12 ग्राम पंचायतों की जिम्मेदारी है। लगभग सभी ग्राम पंचायतों का यही हाल है। सभी ग्रामप्रधानगण परेशान है जनता में काफी आक्रोश है। जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र देने और अन्य विकास कार्यों में अवरोध उत्पन्न करते हुए धन उगाही के लिए प्रक्रिया को लम्बित करते हैं। इसकी लिखित रूप से अधिकारियों को अवगत भी कराया गया था किन्तु सम्बन्धित अधिकारी द्वारा कोई उचित कार्यवाही नहीं नही की गई। जबकि इस मामले में डीएम द्वारा कार्रवाई करने के लिए निर्देशित भी किया गया था। सेक्रेटरी पर कोई नहीं होने की वजह से इनका मनोबल बढ़ा हुआ है और जान बुझ कर सभी ग्राम पंचायतों का कार्य अवरूद्ध किया जा रहा है।

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