संत कबीर नगर (राष्ट्र की परम्परा)। जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तंवर के निर्देश के क्रम में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. यशपाल सिंह द्वारा जनपद में स्थापित वृहद गो-संरक्षण केन्द्र जिगिना विकास खण्ड-सेमरियांवा का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पशु चिकित्साधिकारी सेमरियांवा एवं पिड़वा, ग्राम प्रधान, केयर टेकर उपस्थित रहे।
पशु चिकित्साधिकारी सेमरियांवा द्वारा बताया गया कि आश्रय स्थल पर 03 गौवंश बीमार थे। जिनका उपचार विगत 03 दिन से चल रहा था। जिसमें केवल 01 गोवंश जो वृद्ध अवस्था में था उसका दिनांक 28 जून 2024 को मृत्यु हो गयी। फलस्वरूप मृत गोवंश का विधिपूर्वक निस्तारण कर दिया गया था। शेष 02 गोवंशो का उपचार पशु चिकित्साधिकारी सेमरियांवा के देख-रेख में किया जा रहा है।
निरीक्षण के समय आश्रय स्थल पर 157 गोवंश संरक्षित मिले जिनमें शत-प्रतिशत ईयर टैग लगा पाया गया। आश्रय स्थल पर 45 कुन्तल भूसा एवं 20 कुन्तल दाना-चोकर उपलब्ध पाया गया। आश्रय स्थल में संरक्षित गोवंशो हेतु 1/2 बीघा हरा चारा बोया गया है। उपस्थित केयर टेकरो द्वारा अवगत कराया गया कि परिश्रमिक का भुगतान माह अप्रैल 2024 तक किया गया है।
तदोपरान्त मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा उसी विकास खण्ड में स्थित अस्थायी गोवंश आश्रय स्थल गरथौलिया का भी स्थलीय निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय आश्रय स्थल पर 26 गोवंश संरक्षित पाये गये। 27 कुन्तल भूसा एवं 50 कि०ग्रा० दाना-चोकर संरक्षित पाया गया। आश्रय स्थल में संरक्षित गोवंश हेतु 02 बीघा हरा चारा बोया गया है। केयर टेकर उपस्थित थे। जिनका पारिश्रमिक माह मार्च 2024 तक भुगतान किया गया है। आश्रय स्थल के शेड के मरम्मत की आवश्यकता है, जिस हेतु पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया गया कि खण्ड विकास अधिकारी सेमरियांवा से व्यक्तिगत सम्पर्क कर मरम्मत कार्य पूर्ण कराये।
More Stories
लोकतंत्र व संविधान की रक्षा के लिए कांग्रेसी उतरेंगे सड़क पर – बदरे आलम
यूपी में कांग्रेस इस बार विधानसभा सत्र के दौरान ताकत दिखाने की तैयारी मे।
किराए के मकान में रहने वाले 26 वर्षीय युवक ने की आत्महत्या