Saturday, October 18, 2025
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जख्म अब भी हरे हैं…

विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर प्रदर्शनी, संगोष्ठी और मौन जुलूस में गूंजी ‘अखंड भारत’ की पुकार

संत कबीर नगर (राष्ट्र की परम्परा)। 1947 का वह विभाजन, जिसने करोड़ों दिलों को जख्मी किया, आज भी स्मृतियों में ताजा है। गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी कार्यालय में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर आयोजित विशेष कार्यक्रम में यह दर्द फिर से शब्दों, तस्वीरों और मौन के माध्यम से अभिव्यक्त हुआ।
प्रदर्शनी में बिछड़े परिवारों की तस्वीरें, शरणार्थी शिविरों के दृश्य और बलिदानियों के साहस की झलक ने हर आंख नम कर दी। मुख्य अतिथि राम जियावन मौर्य ने कहा, “विभाजन सिर्फ सरहदों पर खिंची लकीर नहीं था, यह करोड़ों दिलों पर पड़ा गहरा घाव था।” विशेष अतिथि अजय सिंह गौतम ने इतिहास से सीख लेते हुए एकता का संदेश दिया।
संगोष्ठी के बाद कार्यालय से मड़या चौराहे तक मौन जुलूस निकाला गया, जिसका नेतृत्व प्रदेश सरकार की मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम ने किया। हाथों में तिरंगा लिए सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने ‘अखंड भारत’ और ‘एकता में शक्ति’ का संदेश देते हुए शहीदों और पीड़ितों को मौन श्रद्धांजलि दी।
कार्यक्रम का संचालन व संयोजन जिला उपाध्यक्ष आदित्य यादव उर्फ बागी ने किया। इस अवसर पर अजय सिंह गौतम, पूर्व सांसद इंद्रजीत मिश्रा, राम ललित चौधरी, जगदंबा प्रसाद श्रीवास्तव, जोगेंद्र प्रताप सिंह, नित्यानंद, गणेश पांडे, अनिरुद्ध निषाद, कौशलेश सिंह दीपू, विनोद पांडे, अमर राय, बब्बन शर्मा, गौरव निषाद, साधु यादव, हैप्पी राय, अंबरीश राय मंटू, भुपेंद्र त्रिपाठी, अर्जुन चौधरी, अत्रेश श्रीवास्तव, धर्मेंद्र शुक्ला, सचिन राय, धनंजय पांडेय समेत बड़ी संख्या में पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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