भागलपुर/देवरिया(राष्ट्र की परम्परा)
मईल थाना क्षेत्र के भागलपुर गांव में दस दिन से लापता फखरूदीन उर्फ मंगरु (35) की गुमशुदगी का राज शनिवार की शाम उस समय खुल गया, जब उसका सड़ा-गला शव गांव के पुरानी पुलिस चौकी तिराहा के पास बंद पड़े एक प्राइवेट ट्यूबवेल की पानी की टंकी से बरामद हुआ।
शव की पहचान मृतक की पत्नी अंजुम और मां बदरुनिशा ने की। शव देखते ही दोनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। दुर्गंधयुक्त शव को टंकी से निकालने के बाद पुलिस ने उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
पुलिस ने मामले में दो युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
मंगलू उर्फ फखरूदीन, स्वर्गीय मुमताज का पुत्र था और ठेला चलाकर परिवार का भरण-पोषण करता था। वह 30 अक्टूबर की रात करीब दस बजे घर से निकला था, जिसके बाद वह लापता हो गया। दो दिन बाद उसकी मां बदरुनिशा ने मईल थाने में तहरीर दी थी और बताया था कि गांव का ही एक युवक उसे जान से मारने की धमकी दे चुका है, लेकिन उस समय पुलिस ने उनकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया।
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शनिवार की शाम किसी ने पुलिस को सूचना दी कि पुरानी पुलिस चौकी तिराहा के पास बंद पड़े ट्यूबवेल की टंकी से तेज दुर्गंध आ रही है। सूचना पर थानाध्यक्ष मईल राकेश सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और टंकी की तलाशी ली। इसमें से मंगरु का शव बरामद हुआ।
थानाध्यक्ष राकेश सिंह ने बताया कि मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए देवरिया भेज दिया गया है। प्राप्त तहरीर के आधार पर मामले की जांच की जा रही है।
