ग्रामीणों में बढ़ रही आक्रोश, जिम्मेदार विभाग पर लापरवाही के आरोप

ग्रामीण बोले सड़क नहीं मौत का रास्ता, फिर भी प्रशासन खामोश

महराजगंज(राष्ट्र की परम्परा)। विकास खंड मिठौरा क्षेत्र की ग्राम पंचायत सोनवल से जिला मुख्यालय को जोड़ने वाला सोनवल- बौलिया मार्ग हादसा को दावत दे रहा है। नहर की पटरी पर बने इस मार्ग के दोनों किनारों पर उगी घनी झाड़ियां तथा नरकट आमजनों के लिए बड़ा खतरा बन गई हैं। करीब 13 किलोमीटर लंबे इस मार्ग पर सोनवल से बौलिया चौराहे तक स्थिति गंभीर है। सड़क के दोनों किनारों पर झाड़ियां घनी होने से सामने से आने वाले वाहन चालकों को रास्ता नहीं दिखता, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।
स्थानीय लोग बताते हैं कि झाड़ियों में सांप-बिच्छू का खतरा भी बना रहता है, वहीं दृश्यता की कमी से वाहन चालक भारी परेशानी झेल रहे हैं।
यह मार्ग मधुबनी, सोनवल, पिपरा कल्याण समेत आधा दर्जन गांवों को जिला मुख्यालय से जोड़ने वाला प्रमुख संपर्क मार्ग है। ऐसे में ग्रामीणों का कहना है कि यदि शीघ्र ही सड़क किनारे उगी झाड़ियां साफ नहीं कराई गईं, तो किसी भी दिन बड़ी दुर्घटना हो सकती है।
ग्रामीणों ने संबंधित विभाग से तुरंत समाधान की मांग की है। ग्रामीणों ने यह भी कहा कि यह सड़क अब डर का दूसरा नाम बन चुकी है किसी भी दिन बड़ा हादसा होगा तो जिम्मेदारी किसकी होगी। झाड़ियों के चलते हर दिन दुर्घटना का खतरा बना रहता है जिम्मेदार विभाग आंखें मूंदे बैठा है‌।
इस संबंध में एडीओ पंचायत कौशल किशोर ने कहा कि समस्या संज्ञान में नहीं थी, जांच कराकर शीघ्र कार्रवाई की जाएगी।