बस्ती(राष्ट्र की परम्परा)l मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर जनपद में निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं आमजन को उपलब्ध कराने के लिए जनपद में तीन एफआरयू संचालित करने का लक्ष्य, निर्धारित किया गया था। इसमें से हर्रैया एवं रूधौली सीएचसी पर एफआरयू संचालित कर दिया गया है। अगले सप्ताह तक भानपुर में भी एफआरयू संचालित कर दिया जाएगा। उक्त जानकारी जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने दिया है।
उन्होने बताया कि स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सुविधाओं को बढाकर आमजनता को राहत देने का, काम हर्रैया सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र द्वारा प्राथमिकता पर किया जा रहा है। इससे आस-पास परसरामपुर, विक्रमजोत, गौर, दुबौलिया के लोग भी इलाज कराने के लिए यहॉ आने लगे है। इस सीएचसी के द्वारा दी जा रही चिकित्सा सुविधाओं की जानकारी होने पर छपिया (गोण्डा) तथा कपिलवस्तु (सिद्धार्थनगर) के मरीजो ने भी यहॉ आकर अपना उपचार कराया है।
विगत 06 माह में इस सीएचसी पर हाइड्रोसील के 04, लैप्रोस्कोपिक कोलेसिस्टेक्टॉमी (पित्ताशय का आपरेशन) 05, सिस्ट 11, कारनियल नेल 04, सिन्डेक्टाईल 01, सेलुलाईटिस 03, टंग टाई 01, वेजाईनल सिस्ट 01, हिस्टेरेक्टॉमी 01, डेल्टॉयड टॉमा 01, टोटल एबडामिनल हिस्टेरेक्टॉमी 01, अब्सेस 04, हर्निया 02, ओपन कोलोसिस्टेक्टॉमी 03 एवं एल.एस.सी.एस. 62 महिला एवं पुरूष का आपरेशन किया गया है। वर्तमान मेें प्लेटलेट की जॉच करने वाली सीबीसी मशीन को भी सक्रिय किया जा रहा है।
पूर्व में हर्रैया में आपरेशन नही होते थे और मरीजो को केवल दवाए दी जाती थी, आपरेशन के लिए उन्हें जिला अस्पताल या नीजी चिकित्सालयों में जाना पड़ता था, अब हालात यह है कि बाहर से मरीज यहॉ पर इलाज कराने विशेष रूप से आपरेशन कराने के लिए आने लगे है। निश्चित रूप से सरकारी अस्पताल में दी जा रही चिकित्सा सुविधाओं में लोगों का विश्वास बढा है।
हर्रैया सीएचसी पर सुविधाए बढाने के लिए निरन्तर प्रयास किया जा रहा है। जिलाधिकारी के निर्देश पर नगरपंचायत द्वारा शौचालय का नया पिट तथा वाटर ड्रेनेज सिस्टम बनवाया जा रहा है। साथ ही कोल्डचेन कमरे की छत की मरम्मत भी करायी जायेगी। सीएचसी में नियमित विद्युत आपूर्ति के लिए नया ट्रांसफार्मर लगवाया जायेंगा। जिलाधिकारी के निर्देश पर आयुष्मान वार्ड तथा हेल्पडेस्क बनवाया जा रहा है। डा. बृजेश शुक्ला की देख-रेख में न्यू बार्न चाइल्ड यूनिट (एन.बी.सी.यू.) संचालित किया जा रहा है, जिसमें नवजात बच्चों की चिकित्सा उपलब्ध करायी जाती है।
महिला रोग विशेषज्ञ डा. आकांक्षा गुप्ता की देख-रेख में, गर्भ में पल रहे बच्चों के फेफड़ों में इंफेक्शन का इलाज किया जाता है। हाईब्लड प्रेशर, गम्भीर एनिमिक एंव अन्य 09 प्रकार की कमी वाली हाईरिस्क प्रेगनेन्सी महिलाओं का कुशलतापूर्वक इलाज किया जा रहा है, उनकी काउंसलिंग की जाती है। साथ ही प्रत्येक गर्भवती महिला का पूरे प्रसवकाल में चार बार वजन, बी.पी, पैरो में सूजन, हीमोग्लोबीन एंव अन्य जॉचे करके सुरक्षित प्रसव कराया जाता है। 2500 ग्राम से कम वजन के बच्चों की देख-रेख के लिए अलग केएमसी रूम तैयार किया गया है।
उन्होने बताया कि, इलाज के लिए भर्ती मरीज अब अस्पताल में 48 घण्टे रूकने लगे है। गुणवत्तापूर्ण भोजन तथा नियमित देखभाल से यहॉ की स्वास्थ्य सेवाओं में उनका विश्वास बढा है। डिस्चार्ज होने के बाद भी उनके सेहत की नियमित जॉच की जाती है। जननी सुरक्षा योजना में पूर्व में यहॉ पर केवल 06 बेड थे, जिसको बढाकर 12 किया गया है। नये बेड, गद्दे रखे गये है तथा बेडसीट डेली बदली जाती है।
उन्होने बताया कि माह के 09 एंव 24 तारीख को कैम्प आयोजित करके गर्भवती महिलाओं की पूरी जॉच की जाती है, तथा समुचित इलाज किया जाता है। इस संबंध में प्रत्येक आशा को निर्देशित किया गया है कि, वे अपने क्षेत्र से दो गर्भवती महिलाओं को कैम्प में लेकर आयेंगी। एनिमिक गर्भवती महिलाओं को आयरन की गोली देने के साथ-साथ आवश्यकता पड़ने पर गम्भीर एनिमिक को ब्लड भी चढाया जाता है। किसी कारण से गर्भावस्था के प्रारम्भिक स्टेज पर बच्चा खराब होने पर डीएनसी किया है। साथ ही गर्भ से बचाव के लिए परिवार नियोजन के साधन उपलब्ध कराये जाते है।
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