
सलेमपुर/देवरिया(राष्ट्र की परम्परा)सलेमपुर तहसील अंतर्गत लार ब्लॉक में स्थित मठ लार स्वामी चंद्रशेखर गिरी की कर्मभूमि रही मठ लार सलेमपुर देवरिया आज अपने हालत पर रो रही है यह मठ महानिर्वाणी अखाड़ा से संबंध रखती है चंद्रशेखर गिरी लगभग चालीस के दशक में इस मठ के महंत नियुक्त हुए थे इसके पहले इस मठ के महंत स्वामिदेवानंद गिरी रहे के शिष्य चंद्रशेखर गिरी ने अपने कर्मठता से इस मठ को उन्होंने लार में एक कीर्तिमान स्थापित करते हुए जूनियर विद्यालय से लेकर डिग्री कालेज की नीव अपने बदौलत रखी और लार को मंडल स्तर में जगह दिया आज यह मठ यहां के उपद्रवी तत्वों के कारण संत और महंत विहीन है यहां के निवर्तमान महंत भगवान दास गिरी आज लगभग एक साल से
मठ छोड़के जा चुके है और इस महाविद्यालय के लोगो द्वारा उनसे संपर्क करने पर पता चला की ओ अस्वस्थ है और आने में असमर्थ है कुछ महीनो पहले इस मठ पर स्वामी विनीत गिरी आए थे जो की जिनके साथ भी यहां के कुछ लोगो ने अभद्रता कर दी और ओ यहां से चले गए आज ओ महाकालेश्वर उज्जैन में महंत है इस मठ का इतिहास बहुत ही प्राचीन रहा है इस मठ ने जिले में अपने शिक्षा के क्षेत्र में किए कार्य के लिए जाना जाता है ये यह मठ और भी कई सारे जन कल्याणकारी कार्यों के लिए जाना जाता है यह मठ स्थानीय लोगो के लिए आस्था का केंद्र रहा है लेकिन आज यह मठ संत और महंत विहीन है और अपनी दुर्दशा के दिनों से गुजर रहा है जिसे जहा मौका मिल रहा है वह मठ की संपत्ति की लूट खसोट कर रहा है एक प्रकरण आज से कुछ समय पहले आया था जिसमे मठ में लगे पेड़ को काट लिया गया था ऐसे ही कई मामले प्रकाश में आते रहे है लार की जनता प्रयास में है की जल्द से जल्द कोई महंत इस मठ पर आए और इस मठ की जिमेदारी को संभाले ।
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