मऊ(राष्ट्र की परम्परा)l राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली एवं उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशानुसार गुरुवार को राजकीय सम्प्रेक्षण गृह (किशोर) मऊ का आकस्मिक निरीक्षण, अपर जनपद न्यायाधीश/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण,मऊ अभिनय कुमार मिश्रा द्वारा किया गया।
आकस्मिक निरीक्षण के दौरान राजकीय सम्प्रेक्षण गृह (किशोर) परिसर में उचित साफ-सफाई पायी गयी। उपस्थिति पंजीका पर अधिकारीगण एवं कर्मचारीजन के हस्ताक्षर दर्ज पायी गयी, कर्मचारीगण का,नियमित कार्य का किया जाना पाया गया। प्रभारी अधीक्षक द्वारा पुछताछ के दौरान बताया गया कि, राजकीय सम्प्रेक्षण गृह (किशोर) में वर्तमान समय में 72 किशोर हैं, जिसमें जनपद मऊ के 19, बलिया के 18 एवं आजमगढ़ से 33 किशोर, जनपद बागपत और मेरठ के एक-एक किशोर हैं। निरीक्षण के दौरान किशोरों से उनके केस की पैरवी के सम्बंध में पूछताछ में प्रभारी अधीक्षक, द्वारा बताया गया कि सभी किशोर के पास अधिवक्ता उपलब्ध है, चिकित्सीय देेख-रेख के सम्बन्ध में पुछताछ के दौरान बताया गया कि, डा0 धीरेन्द्र सिंह द्वारा सप्ताह के मंगलवार एवं शुक्रवार को किशोरों को, चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध करायी जाती है। समस्त कक्षों के निरीक्षण के दौरान प्रभारी अधीक्षक को पाकशाला एवं शौचालय के उचित एवं नियमित सफाई एवं बच्चों हेतु मच्छरदानी एवं स्वच्छ विस्तर, एवं गर्म कपड़े की व्यवस्था किये जाने हेतु निर्देशित किया गया। कोविड-19 से बचाव हेतु किशोरों को मास्क, सैनिटाइजर के प्रयोग एवं, किशोरों को साबुन से हाथ धोने बावत जागरूक किया गया । किशोरों के खेलकूद संबधी मनोरंजन हेतु प्रभारी अधीक्षक को निर्देशित किया गया किया कि, अंदर सप्ताह किशोरों को बैडमिंटन की सुविधा उपलब्ध करायी जाय। निरीक्षण में सी0सी0टी0वी0 कैमरे संचालित पाये गये।
बच्चों को दिये जा रहे भोजन के सम्बन्ध में पूछ ताछ के दौरान प्रभारी अधीक्षक द्वारा बताया गया कि, आज प्रातः नाश्ते में किशारो को कचौ़डी चाय दिये गये हैं। साप्ताहिक मीनू सारणी के अनुसार दोपहर भोजन में-चावल, दाल,रोटी, सांभर अचार दिया गया है।
निरीक्षण के दौरान बाल संरक्षण अधिकारी, शिवानंद सिंह, प्रभारी अधीक्षक, अशोक कुमार मिश्र, विजय नारायण यादव, विजय कुमार राय, रामप्रवेश यादव चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, जितेन्द्र रसोइया, अशगर अली स्वीपर एवं अन्य सुरक्षाकर्मी उपस्थित रहे। जबकि जेल में विशेष लोक अदालत का आयोजन किया गया जिसके तहत उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश के अनुक्रम में, जिला कारागार में निरुद्ध विचाराधीन बन्दियों मामलों, का निस्तारण उनके जुर्म स्वीकारोक्ति के आधार पर किये जाने हेतु 4 दिवसीय विशेष लोक अदालत का आयोजन किया गया। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा नामित न्यायिक मजिस्ट्रेट श्वेता चैधरी, सिविल जज सि0डि0,मऊ द्वारा गुरुवार को विशेष, जेल लोक अदालत आयोजित कर चिन्हित 01 बन्दियों के प्रार्थना पत्र पर सुनवाई की गयी।
अपर जनपद न्यायाधीश/सचिव
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण,मऊ द्वारा।
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