
मऊ(राष्ट्र की परम्परा)
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं इंडिया गठबंधन के आह्वान पर शुक्रवार 22.12.2023 को हिंदुस्तान के संसद में जिस तरह से जिस हिटलर शाही तरीके से विपक्ष के 146 सांसदों को निलंबित करके संसद से बाहर फेंकवा कर मनमाना बिल पास कर रही है, वहीं देश के संस्थानों एवं चुनाव आयोग पर कब्जा करने वाले तानाशाह मोदी सरकार के कार्यप्रणाली को लेकर जिला मुख्यालय पर जोरदार धरना प्रदर्शन किया गया, एवं ज्ञापन के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति को अपनी मांग को भेज कर अवगत कराया गया । धरना को संबोधित करते हुए घोसी के विधायक सुधाकर सिंह ने कहा कि भारत की लोकतांत्रिक प्रणाली पर जिस तरह से मोदी सरकार कुठाराघात कर रही है इसे संविधान और देश दोनों खतरे में है। विपक्ष के नेताओं को समाप्त कर एक तरफा शासन तानाशाह मोदी सरकार करना चाहती है, वह लोकतंत्र के बुनियादी ढांचे को नष्ट कर राजतंत्र स्थापित करना चाहती है। जो यहां के मूल निवासी हैं उनको बधुआ मजदूर की तरह बनाकर उन पर राज करना मोदी सरकार का मूल मकसद है। जिस तरह से ईडी, सीबीआई और ईडी पर मोदी सरकार मोदी ने अपना वर्चस्व कायम कर रखा है, इससे लगता है कि मोदी सरकार लोकतंत्र में विश्वास नहीं करती। वह विपक्ष को समाप्त कर राजतंत्र कायम करना चाहती है इसी उद्देश्य से वह चुनाव आयुक्त को अपने पॉकेट में रखकर एवं ईवीएम को अपना हथियार बनाकर सत्ता पर काबिज रहना चाहती है। जिस तरह से चुनाव आयोग और एवं का दुरुपयोग करके भाजपा ने लोकतंत्र का गला घोटते हुए सरकार बनाई है आने वाला दिन देश नई क्रांति की ओर अग्रसर हो रहा है अगर इस तरह की व्यवस्था बनी रही तो आने वाले दिनों में ना तो चुनाव होंगे और नहीं लोकतंत्र बचेगा, इसलिए देश बचाना देश की जनता की कृपा जिम्मेदारी है देश रहेगा सरकार आती जाती जाती रहेगी। जब देश ही का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा लोकतंत्र की कल्पना करना नामुमकिन है। इस सरकार को जल्द से जल्द देश हित में उखाड़ फेंकना नितांत आवश्यक है आज का यह धरना यह संदेश देगा, एक तरफ मोदी तानाशाह है दूसरे तरफ जनता और विपक्ष है जिस दिन ईवीएम का दुरुपयोग बंद करके वैलेट पेपर से चुनाव होगा उसी दिन सरकार हमेशा हमेशा के लिए चली जाएगी । धरना को गठबंधन दल के नेता पूर्व सांसद बालकृष्ण चौहान ने संबोधित करते हुए कहा कि भारत इस समय बहुत ही संकट से गुजर रहा है देश की जानी-मानी संस्थाएं मोदी के पिंजरे का तोता बनाकर काम कर रही हैं। चुनाव आयोग भाजपा पार्टी का पदाधिकारी बनकर काम कर रहा है देश में इस तरह की लोकतांत्रिक प्रणाली में ऐसा कभी नहीं हुआ था। हिंदुस्तान के सारे विपक्ष के लोग अब एक जुट होकर भाजपा सरकार को उखाड़ कर नहीं फेंका तो आने वाले दिनों में अंग्रेजों से बद्तर शासन भाजपा का शासन होगा और फिर से नई क्रांति होगी, जब देश का कानून देश की संस्थाएं किसी के पॉकेट की बनकर काम करने लगेंगी तो जनता न्याय की उम्मीद छोड़कर वह विद्रोह का रास्ता अपनाने पर मजबूर होगा। हम महामहिम राष्ट्रपति जो एक संवैधानिक पद है उनके माध्यम से सरकार को सचेत करना चाहते हैं कि देश की लोकतांत्रिक प्रणाली पर कुठाराघात ना करें जिस तरह से परंपरा सदियों से चली आ रही है एक पक्ष और एक विपक्ष देश में रहता है और दोनों को अपनी बात कहने का पूरा हक होता है यहां तो जो अपनी बात को मजबूती से रखना चाहता है उसको या तो जेल भेज दिया जाता है या उसे समाप्त करने की साजिश रच दी जाती है। आज भाजपा को छोड़कर हर दल के नेता पदाधिकारी कार्यकर्ता या शपथ लेकर जाएं की आने वाला 2024 में भाजपा को किसी भी सूरत में देश में दोबारा ना आने दे । धरना को संबोधित करते हुए समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष दूधनाथ यादव ने कहा कि जब-जब देश संकट से गुजरता है तो कोई ना कोई गांधी और सुभाष चंद्र बनकर आता है, आज क्रूर शासक भ्रष्ट प्रशासन के विरोध में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव एवं इंडिया गठबंधन के सारे महत्वपूर्ण नेताओं ने भारत के लोकतंत्र को बचाए रखने के लिए पूरे देश में तानाशाह सरकार और उसके कृति पर आज धरना प्रदर्शन किया जा रहा है, यह धरना प्रदर्शन केवल सांकेतिक है कम समय में यह अपनी बात को राष्ट्रपति के यहां भेजने के लिए धरना प्रदर्शन किया गया है। महामहिम राष्ट्रपति इस देश की प्रथम नागरिक हैं और देश की आत्मा को बचाए रखना आपका प्रथम कर्तव्य है आज का धरना का उद्देश्य इस देश की लोकतांत्रिक प्रणाली को और संविधान को बचाए रखना है। जिस तरह से सरकार असंवैधानिक कार्य कर रही है इससे लगता है कि और वह देश का ना तो संविधान छोड़ेगी ना देश ही सुरक्षित छोड़ेगी, देश को बचाए रखना हम सब का कर्तव्य है धरने को आम आदमी पार्टी कम्युनिस्ट पार्टी के जिला अध्यक्ष दोनों ने संबोधित किया उन्होंने कहा कि गठबंधन का महत्वपूर्ण कार्य देश और संविधान को बचाना है। जिस तरह से एक तरफा कार्रवाई करते हुए विपक्ष के आवाज को दबाते हुए सांसदों का निलंबन करके सरकार मनमाने बिल पास कर रही है इससे देश असुरक्षित हो जाएगा, हम धरने के माध्यम से सरकार को चेतावनी देते हैं कि वह ईबीएम और चुनाव आयोग का दुरुपयोग करना बंद कर दे और निष्पक्ष चुनाव वैलेट पेपर से कराये।
इस धरने को गठबंधन दल के और पार्टी के निम्न वक्ताओं ने अपना विचार व्यक्त किया जिसमें समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव हाजी इरफान,समाजवादी पार्टी के पूर्व विधान परिषद सदस्य रामजतन राजभर,कांग्रेस के पूर्व विधायक अमरेश चन्द पाण्डेय,कांग्रेस के जिला अध्यक्ष इंतेखाब आलम,आम आदमी पार्टी के ज़िलाध्यक्ष विक्रमजीत सिंह, सीपीएम जिला मंत्री अब्दुल अजीमखान, सीपीआई ज़िला मंत्री रामसोच यादव,अवनीश सिंह, नन्हकू राजभर, जे पी यादव, महेन्द्र चौहान, शैलेन्द्र यादव साधू, रामप्रताप यादव,धर्मप्रकाश यादव, शिवप्रताप यादव मुन्ना, रामधनी यादव,के के पाण्डेय, वीरेन्द्र यादव लोहिया, सीता राम कुशवाहा, अशोक कुमार गौतम,सीता राम यादव,देवनाथ यादव देवेन्द्र चौहान, राजेन्द्र पाण्डेय,हाफिज सरफराज,मास्टर अमान, रामप्रकाश यादव,सुजीत सिंह,मिठू राजभर, खुरशीद खां,अमरेन्द्र बहादुर यादव, धीरज राजभर रमेश चौहान,विजय यादव, राजेश यादव,अशोक यादव, अखिलेश यादव, रत्नेश भारती, सम्भू सोनकर, अशोक पाल, अकील अंसारी, अफजल अलंकार राजेश यादव, राहुल निषाद, धीरेन्द्र सिंह आदि नेता उपस्थित थे संचालन ज़िला महासचिव अब्दुल कुद्दूस अंसारी ने किया।
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