April 16, 2025

राष्ट्र की परम्परा

हिन्दी दैनिक-मुद्द्दे जनहित के

हनुमान जन्मोत्सव पर विशेष

बलिया(राष्ट्र की परम्परा)

हनुमान जी का जन्म चैत्र शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा दिन मंगलवार को हुआ था। इसलिए मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा अर्चना की जाती है सभी भक्त पूजा पाठ करके हर्षोल्लास के साथ हनुमान जी का जन्मदिन मनाते हैं हिन्दू धर्म में हनुमान जी की पूजा का विशेष महत्व है।मनुष्य के जीवन की बड़ी से बड़ी परेशानी हनुमान जी की पूजा करने से दूर हो जाती हनुमान जी को संकट मोचन भी कहा जाता है
सभी सनातन धर्मानुरागी हनुमान जी का जन्मदिन एक महापर्व के रूप में मनाते हैं हनुमान जी को शिव का 11वां अवतार माना जाता है हनुमानजी की पूजा करने वाले भक्तों को जीवन में आने वाली परेशानियों से मुक्ति मिलती है हनुमान जी की विधि विधान से पूजा करने पर व्यक्ति के सभी विकार दूर होते हैं और मनोकामनाएं पूर्ण होती है पवन सुत हनुमान जी बहुत ही सरल और दयालु है। उनका रुद्रावतार अपने भक्तों की सारी पीड़ा हरने वाला है बजरंगबली की कृपा जिस पर भी हो जाती है उसे दुनिया का कोई भी दुख छू नहीं पाता है। हनुमान जन्मोत्सव पर बजरंगबली की विधिवत पूजा अर्चना करनी चाहिए उन्हें लड्डू का भोग लगाना चाहिए क्योंकि उन्हें लड्डू बहुत पसंद है। सुबह-सुबह हनुमान जी का ध्यान करने से इंसान समस्त सांसारिक कष्टों से मुक्ति पा जाता है माना जाता है कि कलयुग में हनुमान जी ही ऐसे देवता है जो धरती पर विराजमान होकर भक्तों का उद्धार करते हैं राम भक्त हनुमान की महिमा का गुणगान सदैव करते रहना चाहिए हनुमान जी को बाल ब्रह्मचारी कहा जाता है हनुमान जी को सिंदूर बहुत ही प्रिय है सिंदूर लगाने से हनुमान जी प्रसन्न होते हैं उन्होंने सीता माता की खोज तथा लंका विजय करने में प्रभु राम की मदद की थी हनुमान जन्मोत्सव पूरी दुनिया में मनाया जाने वाला हिन्दुओं का प्रमुख त्योहार है हनुमान जी कलयुग के सबसे प्रभावशाली देवता हैं हनुमान जी की पूजा एवं व्रत करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं सीमा त्रिपाठी
शिक्षिका साहित्यकार लेखिका