December 23, 2024

राष्ट्र की परम्परा

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हनुमत ध्वज दान के साथ शुरू हुआ श्री उग्र चन्डा कल्पोक्त महायज्ञ

कामरूप कामाख्या के भैरव गौरव महाराज के सानिध्य में होगा आठ दिवसीय अनुष्ठान

बहराइच (राष्ट्र की परम्परा)
नगर के त्रिमुहानी घाट स्थित महाश्मशान में अनुष्ठान के क्रम में शारदीय नवरात्रि की महापंचमी के पावन पर्व पर आयोजित श्री उग्र चन्डा कल्पोक्त श्री श्री श्री महाचण्डिका शारदोत्सव पर विशेष पूजन कर महादेवी से सकल जगत कल्याण की कामना की गयी।यह महायज्ञ कामरूप कामाख्या के महाभैरवाचार साधक अघोरी बाबा भैरव गौरव जी महाराज के कृपा सानिध्य में सम्पन्न होगा।
आठ दिवसीय इस महायज्ञ का आरम्भ श्री श्री भैरव गौरव जी महाराज ने मध्य श्मशान में महापंचमी के दिन हनुमत ध्वज दान पूजा कर किया।शनिवार को महाषष्ठी पूजन में प्रातः 7 बजे से सुवासिनियो द्वारा नव पत्रिका पूजन बिल्व वृक्ष पूजन गणेश पूजन चंड पूजन प्रचंड पूजन बेताल पूजन अष्टमातृका पूजन अष्ट भैरव पूजन नवग्रह पूजन दशदिगपाल पूजन होम विधान का आयोजन किया गया।महासप्तमी के दिन प्रातः सात बजे से सात्विकाचार पूजन दोपहर में महिषमर्दिनी का राजसाचार राजोपचार पूजन एवं रात्रि नौ बजे से तामसाचार तामसिक पूजन का आयोजन होगा।
इसी प्रकार महाअष्टमी को कृत्य पूजन का आयोजन किया जाएगा। जिसमें प्रातः सात बजे से सात्विकाचार पूजन बटुक भैरव पूजन बटुक बलि देवी शस्त्र पूजन एवं सप्तमी कृत्य पूजन होगा।दोपहर 12 बजे राजसाचार राजोपचार पूजन सायं 3 बजे से सन्धि पूजा पंचबलि विधान देवी अर्चन पूजन एवं 56 भोग प्रसाद महाशिव पूजा तथा सहस्त्रजल धारा अभिषेक का आयोजन एवं रात्रि 9 बजे से महिषासुर पूजन एवं तामसाचार तामसिक पूजन का आयोजन किया जाएगा।
अघोरी बाबा भैरव गौरव जी महाराज के कृपा पात्र शिष्य शाक्ताचार्य ईशान रजनीश ने बताया कि महानवमी को त्रिशूलनी पूजा का आयोजन किया जाएगा जिसमें अष्ट अश्व पूजन अष्ट गज पूजन अष्ट वासुनामुनि सर्प पूजन गंधर्व पूजन वीर पूजन बेताल पूजन भूत प्रेत पिसाच राक्षस कूष्माण्ड डाकिनी शाकिनी हाकिनी राकिनी पूजन नव भैरव नव भैरवी पूजा का आयोजन होगा।इसी प्रकार विजयादशमी पूजन के दिन शमी पूजन अपराजिता पूजन नीलकंठ पूजन एवं शस्त्र पूजन
एकादशी से चतुर्दशी तक प्रातःकालीन महुआ पूजन एवं महापूर्णिमा के दिन कोजागिरि पूजा महालक्ष्मी पूजन शारदोत्सव निरोग काया खीर वितरण एवं 56 भोग प्रसाद वितरण के साथ प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा उन्होंने बताया कि यह समस्त आयोजन त्रिमुहानी घाट श्मशान स्थित श्री श्री श्री काल भैरव मन्दिर परिसर में आयोजित किये जायेंगे।