November 22, 2024

राष्ट्र की परम्परा

हिन्दी दैनिक-मुद्द्दे जनहित के

श्रीकृष्ण ने दुष्टों का नाश करने के लिए ही धरती पर जन्म लिया था-राघवेंद्र शास्त्री


सलेमपुर/देवरिया (राष्ट्र की परंपरा) सलेमपुर के टीचर कालोनी में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा के पांचवे दिन पं0 राघवेंद्र शास्त्री ने श्रीमद्भागवत कथा में भक्तों को श्री कृष्ण जन्म की कथा सुनाई। भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव की कथा भक्तों को श्रवण कराते हुए कहा कि श्रीकृष्ण का जन्म हुआ तो अपने आप जेल के ताले खुल गए और वासुदेव की बेड़ियां खुल गईं। वासुदेव भगवान ने श्रीकृष्ण इस संसार के पालनहार हैं। एक टोकरी में लेकर यमुना नदी को पार कर यशोदा मां और नंदलाल के पास छोड़ जाते हैं।
इसकी कानो कान खबर कंस को नहीं लग पाती। भगवान श्रीकृष्ण ने दुष्टों का नाश करने के लिए ही धरती पर जन्म लिया था। इस धरती को अधर्म से मुक्ति दिलाई। पंडित राघवेंद्र शास्त्री ने भगवान श्रीकृष्ण के गोकुल में जन्म लेने पर “नन्द के आनंद भयों जय कन्हैयालाल की हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैयालाल की सहित अनेक भजन सुनाकर श्रद्धालुओं को आनंदित कर दिया। श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के दौरान श्रद्धालुओं ने माखन मिश्री का प्रसाद लगाकर जमकर उत्सव मनाया गया।
उक्त अवसर पर
मुख्य यजमान त्रियुगी नारायण पाण्डेय, अजय पाण्डेय,अजय दूबे वत्स,नरसिंह तिवारी, सुभाष तिवारी, मणि तिवारी, भगवान तिवारी, बिमलेश तिवारी, गंगेश्वर नाथ तिवारी, डा जनार्दन शुक्ला, डा प्रद्युम्न पाण्डेय, डा वेदव्यास तिवारी, केपी गुप्ता, अजय पाण्डेय, डा अयनांशु पाण्डेय, भोला शर्मा, सत्येन्द्र मणि त्रिपाठी, रमाकांत मिश्र भोला, हितेंद्र कुमार तिवारी ,करुणेश मिश्र, अदालत यादव, त्रिलोकी नाथ तिवारी, महेश तिवारी, जीवन शरण मिश्र, तारकेश्वर मणि त्रिपाठी, विरेन्द्र तिवारी सहित सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद रहे।