
आओ भक्तों समझो माँ शिवशक्ति
दुर्गा के आध्यात्मिक स्वरूप को,
उनके शीश पर रत्नजटित मुकुट
उनका ज्ञानधन युक्त निशान को।
मुखमंडल की आभा सौंदर्य और
संतुष्टि से भरपूर होने के प्रतीक को,
खड्गहस्त उनके ज्ञान चिंतन के
द्वारा तीक्ष्ण बुद्धि के प्रतीक को।
सुदर्शन चक्र हाथ में श्री हरिविष्णु
के सुदर्शन चक्र के प्रतीक को,
हस्तगदा उनकी आसुरी वृत्ति
के संहार करने के प्रतीक को ।
हस्ताशीष उठता हुआ हाथ उनका
उनके आशीर्वाद देने के प्रतीक को,
सिंहासनारूढ़ होना उनकी निर्भयता
और शत्रु पर विजय के प्रतीक को।
शौर्य चक्र उनके आभामंडल शौर्य
व पवित्रता के प्रतीक के प्रतीक को,
उनके एक हाथ का त्रिशूल सद्गुणों
से दुर्गुणों पर विजय के प्रतीक को।
शंखहस्त उनके मधुर नाद यानी
मृदु भाषिणी होने का प्रतीक है,
धनुष – वाण उनके द्वारा ज्ञान
बुद्धि से वार करने का प्रतीक है।
कमल पुष्प उनके सारे संसार से
अलग निराले पन का प्रतीक है,
हाथ का पुष्पहार उनके ईश्वर के
सदा स्मरण करने का प्रतीक है।
आदित्य शिवशक्ति के आध्यात्मिक
रहस्य को आओ हम सब जाने समझें
उनकी कृपा से सुख, शान्ति, ज्ञान व
शौर्य पाकर जीवन सफल बनायें।
- डा. कर्नल आदि शंकर मिश्र ‘आदित्य’
More Stories
ATS की कार्रवाई से खुला लव जिहाद और धर्मांतरण रैकेट का राज
दुष्कर्म का आरोपी गिरफ्तार, पाक्सो एक्ट में थी तलाश
खेलों इण्डिया यूथ गेम्स का होगा आयोजन