
बरहज/देवरिया (राष्ट्र की परम्परा)। शुक्रवार को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जुझारू नेता कॉमरेड काशीनाथ कुशवाहा की पुण्यतिथि नगरपालिका क्षेत्र मोहाव स्थित उनके निजी निवास पर मनाई गई, इस अवसर पर सभी कॉमरेडों ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
इस दौरान संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सभी वरिष्ठ कार्यकर्ताओं व उनको चाहने वालो ने उनके सिद्धान्तों पर प्रकाश डाला और उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए खेत मजदूर यूनियन के प्रदेश सचिव विनोद कुमार सिंह ने, केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकार की शिक्षा नीति का विरोध करते हुए कहा कि, सोमवार को उत्तर प्रदेश सरकार के प्राथमिक विद्यालय के मुख्य सचिव द्वारा एक तुगलकी फरमान जारी किया गया।जिसमें कहा गया कि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अपने जिले के उन विद्यालयो को चिन्हित करें जिनकी छात्र संख्या 50 से कम हो, उन विद्यालयो को उस विद्यालय में मर्ज किए जाय जहां छात्रों की संख्या 50 से ज्यादा हो।
उन्होंने आगे कहा कि जहां पूर्वरती सरकार ने गांव गांव विद्यालय खुलवाया था, शिक्षा को सुलभ व सरल बनाया जिसमे गरीब, मजदूर, किसानों व दलितों के बच्चे खेतो में काम करने के बाद भी आसानी से विद्यालय में जाकर शिक्षा ग्रहण करते थे। लेकिन यह तुगलकी फरमान बता रहा है कि इस सरकार को गरीबो , मजदूरों, किसानों के बच्चों के भविष्य की कोई चिंता नहीं है।
इस क्रम में संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कॉमरेड आनन्द प्रकाश चौरसिया ने केंद्र व प्रदेश सरकार की शिक्षा नीति की भर्त्सना करते हुए कहा कि, मैन लीजिए 5 किलोमीटर की दूरी पर किसी विद्यालय पर छात्रों की संख्या50 से कम हैं, वही अगर कोई विद्यालय किसी विद्यालय में छात्रों की संख्या 50 से ज्यादा हो तो उस विद्यालय में छात्र कैसे जाएगा।उन्होंने कहा कि यदि घर से विद्यालय के बीच मे नदी हो नाला हो यातायात से भरपूर सड़के हो तो बच्चे केसे विद्यालय जायेंगे। सरकार को अपनी मर्ज करने वाली शिक्षा नीति को वापस लेना होगा। वही माले के वरिष्ठ कॉमरेड शिवाजी रॉय ने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि, सरकार की विद्यालयों को मर्ज करने की नीति गरीबो, मजदूरों, किसानों के बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हैं। उन्होंने कहा कि, वही पूर्व में गांव में ही विद्यालय होने पर गरीब माँ बाप अपने बच्चों को जल्दी जल्दी तैयार कर विद्यालय पहुचाते थे। लेकिन अब वही माँ बाप व बच्चों को 5 किलोमीटर की दूरी तय कर विद्यालय पहुँचते हैं तो वे सारा दिन काम नही कर पाएंगे, जिससे उस गरीब परिवार के खाने के लाले पड़ जाएंगे और बच्चों का भविष्य खराब हो जाएगा,इसको ध्यान में रखकर सरकार को इस नीति को वापस लेना होगा। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला मंत्री कॉमरेड अरविंद कुशवाहा ने कहा कि, भारतीय समाज मे यह कहावत आज भी चरितार्थ हैं कि ” बच्चे देश के भविष्य हैं,, लेकिन सरकार बच्चों के भविष्य को अंधकारमय बनाने पर तुली हैं। उन्होंने कहा कि इस शिक्षा नीति के विरोध में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, भारतीय खेत मजदूर यूनियन व माले प्राथिमक शिक्षक संघ की इस लड़ाई में कंधे से कंधा मिलाकर चलेगा। अगर सरकार नौनिहालों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करती हैं तो हम लोग बैठने वाले नही है। इस लिए सरकार से कहना हैं कि इस तुगलकी फरमान को वापस करे और सस्ती शिक्षा बच्चों को सुलभ कराए ताकि बच्चों का भविष्य सवर जाय। कार्यक्रम को चक्रपाणि तिवारी, विजय जुआठा, कामरेड कलेक्टर शर्मा, कॉमरेड श्यामदेव यादव, कॉमरेड हरीबन्द प्रसाद,रामविलास प्रजापति आदि ने सम्बोधित किया।
इस दौरान राजेन्द्र पाल, रामध्यान प्रधान, कमला यादव,कमलेश चौरसिया, उमाशंकर मौर्य,हरशरण पासवान, गंगा प्रसाद यादव, जीउत कुशवाहा सहित आदि लोग मौजूद रहे।
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