विकासक के खिलाफ धरने पर बैठी जनता

मुंबई (राष्ट्र की परम्परा)। जहां केंद्र सरकार द्वारा गरीबों को घर देने का प्रयास किया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ अंधेरी पूर्व के एमआईडीसी में गरीबों का घर छीनकर उन्हें बेघर कर दिया गया है, और इसमें भूखंड क्रमांक 18,26 व सी7 और सी8 में हजारों फ्लैट बनाये गये हैं जिसमे, झोपड़पट्टी पुनर्वसन योजना के तहत घोटाला हुआ है।इस क्षेत्र के विकासक बिल्डर विमल शाह द्वारा इस योजना के तहत घर बनाना था और बनाया भी गया । परंतु जिसे मिलना था उन्हें नही मिला । उन घरों में वह रह रहे हैं जिनका यहां कुछ भी नही था।और इसमें नेता, एमआईडीसी के अधिकारी व पुलिस के लोग घोटाले में शामिल है। विमल शाह और मुरजी के खिलाफ जनता धरने पर बैठी है। आज जनता का सब्र का बांध टूट गया और सैकड़ो की संख्या में लोग विकासक विमल शाह व भाजपा नेता मुरजी पटेल के विरुद्ध उद्दोग सारथी कार्यालय के सामने उपोषण और आमरण अनशन पर बैठ गये है। धरने पर बैठे अविनाश राठौर ने बताया कि 239 फ्लैट का घोटाला हुआ है। जिसमें मुख्य रूप से पूर्व नगरसेवक मुरजी पटेल मुख्य भूमिका में है। और पटेल ने गरीबों का आशियाना उजाड़ दिया और योजना के तहत मिले घरों को मिलीभगत कर मोटी रकम लेकर बाहर के लोगों को घरों में रहने के लिए घुसा दिया। और असली घर मालिक दर दर की ठोकरें खाने के लिए मजबूर है। और लोगों ने यहां तक बताया कि हमें ना घर मिला और ना ही घर भाड़ा मिल रहा है इसमें मुख्य रूप से विकासक विमल शाह, उनका खासमखास मुरजी पटेल, एमआईडीसी के भ्रष्ट अधिकारी व स्थानीय पुलिस की मिलीभगत है। धरने पर बैठे लोगों ने कहा है कि जब तक हम सबको हमारा घर नही मिल जाता है तब तक यह आमरण अनशन जारी रहेगा। जानकारी के अनुसार इन अवैध घरों में रहने वालों को खाली करने का नोटिस भी दिया गया है फिर भी फ्लैट खाली नही हो पाया है।अब आने वाला समय ही बतायेगा क्या इन्हें इनका घर मिलेगा या इनके भाग्य में भटकना ही लिखा है।