वाराणसी( राष्ट्र की परम्परा)
मंडल कार्यालय के भारतेन्दु सभा कक्ष में 03 नवम्बर 23, 11 वीं वाहिनी राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ( NDRF) वाराणसी के साथ संरक्षा बैठक का आयोजन किया गया । इस बैठक में वाराणसी मंडल पर मॉक एक्सरसाइज करके प्रतिक्रिया तंत्र की जांच करने और प्रतिकूल स्थिति में बचाव कार्यवाही को परखने तथा हित धारकों के बीच समन्वय बनाने एवं उपचारात्मक उपाय करके संसाधनों की दक्षता की जाँच करने के उद्देश्य से मऊ कोचिंग डिपो यार्ड में NDRF के साथ 6 नवम्बर 2023, सोमवार को फुल स्केल माकड्रिल करने की योजना बनाई गई है।
इस बैठक में अपर मंडल रेल प्रबंधक (आपरेशन) राजेश कुमार सिंह, अपर मंडल रेल प्रबंधक (इन्फ्रा) रोशन लाल यादव, मुख्य परियोजना प्रबंधक कौशलेश सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक आर0 जे0 चौधुरी, डिप्टी कमांडेंट(NDRF) प्रेम कुमार पासवान, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर(समन्वय) राकेश रंजन, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक शेख रहमान, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर पंकज केशरवानी,वरिष्ठ मंडल सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर श्री रजत प्रिय, वरिष्ठ मंडल सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर द्वितीय यशवीर सिंह, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी बलेन्द्र पाल, वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर अभिनव पाठक, सहायक मंडल संरक्षा अधिकारी अभिषेक कुमार, जनसम्पर्क अधिकारी अशोक कुमार,मुख्य कोचींग डिपो अधिकारी/ मऊ मनीष वर्मा तथा 11 वीं वाहिनी राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के, निरीक्षक सामान्य इन्द्रदेव कुमार, आरक्षी सामान्य विशाल यादव, आरक्षी सामान्य धीरेन्द्र प्रताप एवं समेत शाखाधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे ।इस बैठक में N D R F के साथ मऊ कोचिंग डिपो में मॉक ड्रिल के दौरान ट्रेन दुर्घटना पर एक परिदृश्य तैयार करने की योजना बनाई गई जिसमें एक ट्रेन हादसे के दौरान कुछ यात्री अंदर फंस जाने के दौरान इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर को घटना के बारे में सूचित करने । एनडीआरएफ के नियंत्रण कक्ष और सभी संबंधित हितधारकों को आपात प्रतिक्रिया के लिए सूचित किये जाने। एनडीआरएफ की टीम के पहुंचने से पहले सतही पीड़ितों को प्रथम उत्तरदाताओं द्वारा सुरक्षित निकालने । घटना स्थल पर पहुंचने से लेकर एनडीआरएफ की टीम द्वारा प्रारंभिक आकलन और ऑपरेशन का बेस, कमांड पोस्ट, मेडिकल पोस्ट, कम्युनिकेशन पोस्ट स्थापित किए करने । टीम द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू करने और कटिंग टूल्स और उपकरणों का इस्तेमाल कर ट्रेन के डिब्बों में अनुलंब और क्षैतिज कटिंग कर गंभीर रूप से फंसे पीड़ितों को विभिन्न रस्सी बचाव तकनीक के माध्यम से घायलों को बचाने का अभ्यास किये जाने का प्रस्ताव बनाया गया। इसी के अंतर्गत मेडिकल एजेंसियों द्वारा प्राथमिक उपचार देने के तथा पीड़ितों को अस्पताल पहुंचाने का अभ्यास किया जाएगा । इस पूरे अभ्यास के दौरान इंसिडेंट रिस्पोंस सिस्टम के दिशा-निर्देशों पर जोर दिया जाएगा और इसका पालन करना सुनिश्चित किया जाएगा।
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