Thursday, December 25, 2025
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बंदी छोड़ भक्ति मुक्ति संत रामपाल का एलसीडी से सत्संग

जलंधर/पंजाब(राष्ट्र की परम्परा)
बंदी छोड़ भक्ति मुक्ति ट्रस्ट धुरी ज़िला संगरूर के अंतर्गत सतलोक आश्रम की तरफ से रॉयल घुमन रिसोर्ट ,महितपुर,ज़िला जलंधर में संत रामपाल महाराज का सत्संग, एलसीडी के माध्यम से हुआ।हजारों की संख्या में भक्तों ने बड़े ही ध्यानपूर्वक,श्रद्धा और अनुशासन में सत्संग सुना। सत्संग में सृष्टि रचना के बारे में अदभुत जानकारी दी गयी।पूर्ण गुरु की पहचान और गुणों के बारे में बताया गया। पूर्ण परमात्मा कौन है उसके बारे में संपूर्ण जानकारी दी गयी। चार वेद और गीता मे लिखी शास्त्र अनुकूल सत भक्ति का संदेश दिया गया। सत्संग के बाद दहेज मुक्त विवाह (संत भाषा मे रमैनी) हुआ। लड़की और लड़के के परिवारों में 1 रुपये का लेन देन भी नही किया गया। बिना बैंड बाजे बड़े ही सरल तरीके से संत रामपाल के आदेश अनुसार विवाह संपन्न हुआ। इस दौरान वृक्ष आरोपण का महा अभियान भी शुरू किया गया,जिसके तहत जालंधर जिले में 900 से अधिक वृक्ष संत रामपाल महाराज सतलोक आश्रम के सेवादारों की तरफ से लगाय गए।इस मुहिम के तहत संत रामपाल के शिष्यों द्वारा पूरे प्रदेश में 50,000 से ज्यादा वृक्ष लगाए जा चुके है। जालंधर में आते महितपुर ,नकोदर में पौधे बांटे गए। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य पंजाब को हरा भरा बनाना,वातावरण को बचाना और वृक्ष विभिनता का संतुलन बनाये रखना है,और लोगों को जागरूक करना है।इसके तहत अलग अलग जिलो में स्थानिक प्रतिनिधियो के अनुकूल वृक्ष लगाए जा रहे है।सलोक आश्रम के सेवादार नरेश कौशिक प्रान्त संयोजक और जिला सेवादार दिनेश जोशी ने बताया कि ये अभियान लोगो को वातावरण के प्रति जागरूक करना और उनको वृक्षारोपण के महत्त्व के लिए चलाया जा रहा है।उन्होंने बताया कि हमारा लक्ष्य हर व्यक्ति हर साल कम से कम एक वृक्ष लगाये और उसकी देखभाल भी करें ताकि हमारा वातावरण हर भरा रहे और आने वाली पीढ़ी के लिए एक सेहतमंद वातावरण बनाया जा सके।इस वृक्ष आरोपण अभियान ने समाज को एक सकारात्मक संदेश दिया है की एकजुट हो कर अगर यत्न किया जाए तो बड़े से बड़ा बदलाव लाया जा सकता है, और वातावरण को शुद्ध किया जा सकता है।

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