
बहराइच (राष्ट्र की परम्परा) । गर्मी बढ़ने से जहां एक तरफ पशु पक्षी बेहाल हैं, वहीं दूसरी तरफ बिजली की कटौती से लोगों में त्राहि-त्राहि मचा हुआ है।
ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे व शहरी क्षेत्र में 20 घंटे की दावा की पोल खुल गई है। सूरज की तेज रोशनी से गर्मी दिनों दिन उग्र होती जा रही है, लोग किसी तरीके से गर्मी से निजात पाने के लिए कूलर पंखा और एसी का इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन बिजली आपूर्ति की व्यवस्था सुचारू रूप से न होने के कारण लोग गर्मी के कारण व्याकुल हो चुके हैं, गर्मी का सियासी पारा चढ़ता जा रहा है। वही लोगों को दिनों दिन गर्म हवा के तेज थपेड़ों और लू का सामना करना पड़ रहा है।बमांग के अनुरूप बिजली की आपूर्ति व्यवस्था बिल्कुल चरमरा गई है। ग्रामीण अंचलों में जगह-जगह पर, हर 10 मिनट पर बिजली की कटौती की जा रही है, जिससे आम आदमी परेशान हो गया है। इसी के अंतर्गत पयागपुर क्षेत्र में स्थित विभिन्न ग्रामीण अंचलों में बिजली की अघोषित कटौती से हाहाकार मचा हुआ है। लोग बिजली की इस अघोषित कटौती से परेशान हो चुके हैं। सरकार का दावा है कि ग्रामीण अंचलों को 18 घंटे बिजली की आपूर्ति की जाए लेकिन जिला स्तर पर बैठे अधिकारी सरकार के दावों को खोखला साबित कर रहे हैं। पयागपुर गांव के रहने वाले रामराज चौरसिया, अजय सिंह, बबलू सिंह कहते हैं कि इन दिनों बिजली की अघोषित कटौती से सभी लोग परेशान हो गए हैं। दिन तो किसी भी तरीके से काट लेते हैं, लेकिन रात में बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जबकि गर्मी इस समय अपने प्रचंड स्तर पर है। कहीं से किसी भी तरफ से कोई राहत की बात अभी तक नहीं है पता नहीं कब मानसून आएगा।
More Stories
संस्कृत पढ़ने गया विनय बना खूनी!
मोहर्रम का मातमी जुलूस श्रद्धा और अकीदत के साथ संपन्न, दुलदुल घोड़ा बना आकर्षण का केंद्र
प्रेम की जीत: मुस्लिम युवती ने हिंदू युवक से की मंदिर में शादी, अपनाया नया नाम