December 22, 2024

राष्ट्र की परम्परा

हिन्दी दैनिक-मुद्द्दे जनहित के

उच्च न्यायालय के समझ लोक निर्माण विभाग महराजगंज ने पेश किया हलफनामा

महराजगंज-बागापार सड़क मार्ग के विषय पर विभाग ने शुरू किया अपनी प्रक्रिया

समाजसेवी उमेश चन्द्र मिश्र ने उच्च न्यायालय में जनहित याचिका किया है दायर

महराजगंज(राष्ट्र की परम्परा)। ग्रामीणों द्वारा लम्बे समय से महराजगंज -बागापार 10 किलोमीटर लम्बी सड़क मार्ग की खराब स्थिति को देखते हुए विशेष रूप से बागापार निवासी समाजसेवी उमेश चन्द्र मिश्र ने भी कई बार जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर एवं सम्बंधित अधिकारियों को लिखित प्रार्थना पत्र देकर पुनः मार्ग की मरम्मत कार्य व चौड़ीकरण की आवाज जिला मुख्यालय पर उठाते रहे हैं लेकिन विभागीय अधिकारियों द्वारा पहल न करने पर समाजसेवी उमेश चन्द्र मिश्र ने एडवोकेट गौरव शरण श्रीवास्तव व अभिषेक श्रीवास्तव द्वारा पीआईएल संख्या 1830/2024 के तहत एक जनहित याचिका उच्च न्यायालय में पेश किया। उच्च न्यायालय ने संज्ञान में लेते हुए 28 अगस्त 2024को नोटिस जारी किया जिसमें सचिव लोक निर्माण विभाग लखनऊ व कार्यकारी संस्था लोक निर्माण विभाग महराजगंज के प्रति सड़क को लेकर विभाग से नोटिस जारी करके रिपोर्ट मांगी है जिससे विभागीय अधिकारी हरकत में आ गये थे। सक्रियता बढ़ाते हुए सड़क पर नाप व मरम्मत कार्य व चौड़ीकरण आदि की विवरण कार्य तेजी से किया जा रहा है।
इसी क्रम में 28 नवम्बर को अग्रीम सुनवाई के दौरान पीडब्ल्यूडी विभाग ने उच्च न्यायालय के समझ लोक निर्माण विभाग महराजगंज ने इस वित्तीय वर्ष में कार्य पूर्ण करने का हलफनामा दिया और अपने हलफनामे में कहा कि सभी प्रक्रियाओं को पूरा कर लिया गया है।उपरोक्त संबंधित रोड का निविदा प्रक्रिया शुरू करके अनुबंध धनराशि जमा भी करा लिया गया है। इस वित्तीय वर्ष में इस कार्य को पूरा कर लिया जाएगा। बताते चलें कि करोड़ों रुपए की लागत से बनने वाले इस रोड पर फरेंदा के एक ठेकेदार द्वारा लगभग 5 लाख 60 हजार रुपए अनुबंध धनराशि जमा भी कर दिया गया है। ऐसे में विजय सिंह, संत,जितेंद्र कुमार शुक्ला,साबिर अली,शैलेंद्र मद्धेशिया, नूर आलम , दृगपाल चौधरी ,प्रभु दयाल, काशी प्रसाद, ओम प्रकाश यादव, हरेंद्र गौतम ,दिलीप कुमार ,रणविजय, राजेंद्र यादव ,विपुल शुक्ला ,चंदन मिश्रा, आदि लोगों ने समाजसेवी उमेश चन्द्र मिश्र की प्रशंसा कर रहें हैं।आस-पास के गांव के लोग भी उन्हें धन्यवाद दे रहे हैं।