बहराइच(राष्ट्र की परम्परा) राज्य सूचना आयुक्त डॉ दिलीप अग्निहोत्री ने कहा कि जन सूचना के लिए जन जागरूकता जरूरी है। इस कार्य में जन सूचना अधिकारी महत्वपूर्ण योगदान कर सकते है। आवेदनों पर उनकी त्वरित कार्रवाई से आमजन का जन सूचना के प्रति विश्वास बढ़ेगा।
राज्य सूचना आयुक्त बहराइच कलेक्ट्रेट में शनिवार को देर शाम जन सूचना अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अक्सर गरीब लोगों की समस्याओं की याथोचित सुनवाई नहीं हो पाती। लेकिन इनमें ऐसे लोग भी होते है, जिन्हें सूचना के अधिकार के संबंध में जानकारी नहीं होती। डॉ. दिलीप अग्निहोत्री ने उदाहरण देकर बताया कि कुछ समय पहले एक व्यक्ति ने अपनी समस्या के संबंध में प्रदेश के सूचना विभाग से जानकारी मांगी। जबकि इसके लिए उसको सूचना के अधिकार का प्रयोग करना चाहिए था। जन सूचना अधिकारी यदि गरीबों पीड़ितों को प्राथमिकता के आधार पर सूचना देंगे, तो इसका सकारात्मक संदेश समाज में जायेगा। इससे जन सूचना मांगने वाले जन सामान्य की संख्या बढ़ेगी। उसी अनुपात में उन लोगों की संख्या कम होगी जो किसी अन्य उद्देश्य से आदतन और निरंतर सूचना मांगते रहते हैं।
डॉ. अग्निहोत्री ने कहा कि जन सूचना अधिकार अधिनियम-2005 अन्तर्गत प्राप्त होने वाले प्रार्थना-पत्रों के निस्तारण में 30 दिवस की समयसीमा का अनिवार्य रूप से पालन करते हुए सम्बन्धित को अनिवार्य रूप से सूचना उपलब्ध करा दी जाए। आयुक्त ने कहा कि यदि कोई आवेदन पत्र विभाग से सम्बन्धित नही है, तो ऐसे आवेदन-पत्र को सम्बन्धित विभाग को अन्तरित कर दिया जाए। राज्य सूचना आयुक्त ने कहा कि जन सूचना अधिकार अधिनियम 2005 के तहत सूचना मांगना वादी का अधिकार है तथा सूचना देना जन सूचना अधिकारी का वैधानिक कर्तव्य है। उन्होंने जन सूचना अधिकारियों व प्रथम अपीलीय अधिकारियों को सुझाव दिया कि अपने पदेन उत्तरदायित्वों के साथ-साथ जन सूचना अधिकारी के वैधानिक कर्तव्यों का निर्वहन भी 30 दिवस के भीतर अवश्य करें।
जिलाधिकारी मोनिका रानी ने जनपद आगमन के लिए सूचना आयुक्त डॉ. अग्निहोत्री का आभार ज्ञापित करते हुए कहाकि बैठक के माध्यम से जिले के जनसूचना अधिकारियों का जो ज्ञानार्जन हुआ है उससे जन सूचना अधिकार से सम्बन्धित प्राप्त होने वाले आवेदन पत्रों का निस्तारण करने में सहयोग प्राप्त होगा। डीएम ने जिले के अधिकारियों को निर्देशित किया कि बैठक में आयुक्त के माध्यम से प्राप्त हुए दिशा निर्देशों का पालन करते हुए निर्धारित अवधि में आवेदन पत्रों का निस्तारण सुनिश्चित कराएं।
इस अवसर पर जिलाधिकारी मोनिका रानी,अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण डॉ. पवित्र मोहन त्रिपाठी, नगर मजिस्ट्रेट शालिनी प्रभाकर, पी.डी. डीआरडीए अरूण कुमार सिंह, जिला कृषि अधिकारी डॉ. सूबेदार यादव, डीएसओ नरेन्द्र तिवारी, जिला आबकारी अधिकारी सुभांशु सिंह,अधि.अभि. विद्युत बहराइच शैलेन्द्र कुमार व नानपारा के रंजीत कुमार,डीपीआरओ राघवेन्द्र द्विवेदी, तहसील स्तर के जन सूचना अधिकारियों एवं पुलिस विभाग के जनसूचना अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे।
डीएम ने राज्य सूचना आयुक्त को भेंट की ओडीओपी कलाकृति
बहराइच(राष्ट्र की परम्परा)शनिवार को देर शाम जन सूचना अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक के दौरान जिलाधिकारी मोनिका रानी ने स्मृति चिन्ह केे रूप में राज्य सूचना आयुक्त डॉ. दिलीप अग्निहोत्री को स्मृति एक जनपद-एक उत्पाद योजना के तहत हस्तनिर्मित कलाकृति भेंट की। डीएम ने राज्य सूचना आयुक्त को बताया कि कृषि प्रधान आकांक्षात्मक जनपद बहराइच में राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप् ‘‘एक जनपद-एक उत्पाद’’ योजना को निरन्तर प्रोत्साहन दिया जा रहा है। डीएम ने यह भी बताया कि केला उत्पादन मे बहराइच प्रदेश के अग्रणी जनपदों में शामिल है। जिले में केले के तने से आकर्षक कलाकृतियों का निर्माण भी किया जा रहा है। जिससे लोगों को बड़े पैमाने पर रोज़गार मिल रहा है। राज्य सूचना आयुक्त ने डीएम के प्रयासों की सराहना करते हुए कहाकि अधिक से अधिक लोगों को हुनरमन्द बनाकर उन्हें स्वावलम्बी बनाया जाय।
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