December 24, 2024

राष्ट्र की परम्परा

हिन्दी दैनिक-मुद्द्दे जनहित के

ख्वाजा मुबारक खां शहीद दरगाह पर पढ़ा गया प्रधानमंत्री का संदेश

आस्ताने पर हुआ दुआ खानी व फतिया, अकीदतमंदों में बांटा गया लंगर

गोरखपुर(राष्ट्र की परम्परा)l अजमेर शरीफ में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 812 वें उर्स के मुबारक मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अजमेर शरीफ के गद्दीनशीन सैयद सलमान चिश्ती को भेजे गए, अपने बधाई संदेश में लिखा कि विश्व भर में उनके मानने वाले हैं सभी को बधाई व शुभकामना देता हूं। आस्था अध्यात्म व ज्ञान की पावन धरा भारत के संतो पीरों फकीरों ने अपने जीवन आदर्शो विचारों से जन-जन को सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया लोगों में अमन शांति सद्भावना व भाईचारा का संदेश देते हुए, उन्होंने हमारी सांस्कृतिक एकता को सशक्त किया है। ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती ने हमारी इस महान परंपरा को और समृद्ध किया है। गरीब नवाज के मानवता से जुड़े संदेशों और लोक कल्याण की भावना ने दुनिया भर के लोगों को प्रभावित किया है। उनके वार्षिक उर्स को हमारी सांस्कृतिक विविधता और मान्यता की उत्सव के रूप में मनाना, समाज में आपसी जुड़ाव को और मजबूत करता है। अमृत काल में अपनी गौरवशाली विरासत पर गर्व के साथ हम एक भव्य विकसित भारत के निर्माण की ओर अग्रसर है मुझे पूर्ण विश्वास है कि इस कर्तव्य काल में देशवासियों की एकता एकजुटता व समर्थ से राष्ट्र उन्नति की नई ऊंचाइयों को छूएगा। वार्षिक उर्स के अवसर पर दरगाह शरीफ के लिए चादर भेजते हुए मैं ख्वाजा को श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं और उनसे देशवासियों की प्रसन्नता और समृद्धि की कामना करता हूं।
अजमेर शरीफ के गद्दीनशीन ने हजरत मुबारक खान शहीद के सदर इकरार अहमद के जरिए प्रधानमंत्री के संदेश को आमजन मानस को पढ़कर सुनाने के लिए कहा गया, ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स के मौके पर दरगाह मुबारक खां शहीद के आस्ताने पर फातिहा खानी और दुआ किया गया कि मुल्क में अमन व शांति कायम रहे सभी लोगों की जायज मुरादों को ख्वाजा गरीब नवाज पूरा करें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस संदेश को वरिष्ठ पत्रकार मनुव्वर रिजवी ने पढ़कर सभी आम व खास को सुनाया। दुआ के बाद अकीदतमंदों में लंगर बाटा गया।
इस अवसर पर सैयद शहाब पार्षद समद गुफरान हाजी खुर्शीद खान रमजान खान, कुतुबुद्दीन ख्वाजा शमसुद्दीन, आरफीन, हमजा, ह्यूमन राइट्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद रजी, दरगाह के उपाध्यक्ष शमशेर अहमद, शेरू अहमद, हसन पूर्व पार्षद मोहम्मद मतीन, पार्षद जुबैर अहमद समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।