
महराजगंज(राष्ट्र की परम्परा)। पनियरा में उच्च प्राथमिक विद्यालयों में मीना मंच कार्नर बनाकर बच्चों को सामाजिक कुरीतियों के प्रति जागरूक करने, मीना मंच के गठन एवं प्रत्येक कक्षा में से एक एक बालिका को पावर एंजेल के रूप में शामिल करके गांव की बालिकाओं को ही अपने गांव को शत-प्रतिशत नामांकन, ठहराव के द्वारा सुशिक्षित बनाकर सामाजिक बदलाव के काम में लाना मीना मंच के उद्देश्यों में शामिल है उक्त बातें राज्य स्तरीय समूह के सदस्य सत्यप्रकाश वर्मा ने प्रशिक्षण में प्रतिभाग कर रहे मीना मंच सुगम कर्ता शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए कही। अकादमिक रिसोर्स पर्सन महेंद्र चौहान ने अपने उद्बोधन में कहा कि बेटियां बनेंगी पावर एंजिल, प्रशिक्षण के माध्यम से बेटियों को बनाया जा रहा सशक्त। इस अवसर पर मास्टर ट्रेनर एवं नवाचारी शिक्षक वरेश कुमार ने कहा कि बालिकाओं की जिज्ञासाओं का शमन, रचनात्मक लेखन, नेतृत्व क्षमता संवर्धन, जिज्ञासाओं का निदान, शिक्षा से जोड़ना एवं सहयोग की भावना का विकास में मीना मंच ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है । उन्होंने सेल्फ स्टीम पर आधारित 6 कामिक्स के उद्देश्यों को स्पष्ट करते हुए बताया कि बच्चियों में क्षमता निर्माण, आत्म सम्मान और आत्मविश्वास विकसित करने के लिए, अवास्तविक और अप्राप्य छवियों से अपनी तुलना आदि को समझाया। प्रशिक्षुओं ने रोल प्ले, कहानी, नुक्कड़ नाटक, मुखौटा विधि से अपनी प्रस्तुति दी। उच्च प्राथमिक विद्यालय के 59 प्रशिक्षार्थी शामिल रहे। इस दौरान सुमन कुमारी, मनीषा सिंह,रीता यादव, कैलाश गुप्त, संजय तिवारी, राम उजागिर, संतोष प्रसाद, राम नरायण, परमेश्वर सिंह, दिनेश भारतीय आदि उपस्थित रहें।
