
महराजगंज/रायबरेली (राष्ट्र की परम्परा)। गांव में एक ही नाम के दो व्यक्तियों के होने का फायदा उठा ग्राम प्रधान, पंचायत मंत्री एवं आवास बाबू ने सांठ-गांठ कर पद का दुरुपयोग करते हुए पीएम आवास की पहली किश्त लाभार्थी के बजाय दूसरे व्यक्ति के खाते में डालकर निकलवाने का मामला प्रकाश में आया है।
मामले की जानकारी होते ही बीडीओ ने बैंक के शाखा प्रबन्धक को पत्र भेजकर धन निकासी पर रोक लगा मामले की जांच शुरू कर दी है।
मामला विकास खण्ड क्षेत्र के मोन गांव का है। जहां प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गांव की निवासी नीलम पत्नी धर्मपाल को आवास लाभार्थी के लिए चयनित किया गया था। जिसकी पहली किस्त जारी होने के समय ग्राम प्रधान श्याम कला, पंचायत मंत्री मनोज व आवास बाबू आशुतोष श्रीवास्तव ने मिलीभगत कर लाभार्थी नीलम पत्नी धर्मपाल के स्थान पर गांव की ही नीलम सिंह पत्नी चन्द्रभान के खाते में पहली किस्त भेजने का आरोप लगाते हुए गांव के ही शैलेन्द्र सिंह द्वारा मुख्यमंत्री के जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत की गयी।
इस संबंध में खण्ड विकास अधिकारी शिव बहादुर सिंह ने बताया कि मामला संज्ञान में आते ही बैंक के शाखा प्रबन्धक को पत्र भेजकर धनराशि निर्गत न करने के निर्देश दिये हैं। वहीं गहनता से जांच कराकर वित्तीय अनियमिमता करने वालों के खिलाफ कार्यवाही भी करायेंगे।
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