April 20, 2025

राष्ट्र की परम्परा

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शिवलिंग पर शाम को जलाभिषेक करना नही होता है फलदायक – आचार्य अजय शुक्ल

नगर के वार्ड 12 गोविंदा में हुआ शिवपुराण कथा का आयोजन

कोतमा/मध्यप्रदेश(राष्ट्र की परम्परा)।अनूप शहर नगर के कोतमा वार्ड नम्बर 12 में शिवपुराण कथा का आयोजन किया गया है । श्रद्धालुओं को कथा का रसपान कराते हुए आचार्य अजय शुक्ल ने कहा कि सभी पुराणों में शिवपुराण का अलग ही महत्वपूर्ण स्थान है। जिसके श्रवण मात्र से व्यक्ति इस सांसारिक जीवन के भव सागर से सुगमता से पार हो जाता है।शिवमहापुराण में सात संहिताएं हैं, इसलिए इसका पाठन सात दिनों तक करना चाहिए।श्रावण का महिना भगवान शिव को प्रिय है, इसलिए इसका पाठ श्रावण मास में अधिक फलदायक होता है। यदि आप शिवलिंग पर जलाभिषेक करते हैं तो समय का भी ध्यान रखना चाहिए।यदि आप प्रातः 5 बजे से 11 बजे तक जल चढ़ाते हैं तो विशेष फलदायक होता है।कभी भी शाम को जल नही चढ़ाना चाहिए ,अगर चढ़ाते हैं तो इसका कोई भी फल नही मिलेगा।ऋषि वेदव्यास द्वारा रचित शिवपुराण शिव की भक्ति और महिमा का वर्णन करने वाला महान ग्रन्थ है। इसके सात भाग है, जिसमे महादेव के विभिन्न रूपों का वर्णन किया गया है।इस पुराण के आदर्श को अपनाने पर जीवन सफल हो जाता है।यह महादेव के रहस्यों को उजागर करने वाला ग्रन्थ है।भगवान शिव अपने भक्तों के कल्याण के लिए देर नही करते हैं, अगर भक्त सच्चे हृदय से उन्हें स्मरण करे तो। कथा के दौरान पंडित सुजीत मिश्र, पंडित निपुणानंदशास्त्री,परमहंस, विन्द्रावती देवी, मोनू पाल,पंडित गणेश महाराज, गोलू, अनिकेत आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।