बुलेट डिवाइडर से टकराकर गिरी पानी मांगते-मांगते दम तोड़ा

4 महीने पहले हुई थी शादी

गोरखपुर (राष्ट्र की परम्परा)। गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात पी ए सी जवान की सड़क हादसे में सोमवार को मौत हो गई। वह बुलेट से तेज रफ्तार में जा रहे थे तभी गाड़ी डिवाइडर से टकराकर उसके ऊपर चढ़ गई। उनके साथ पीछे बैठा पीआरडी का जवान भी घायल हो गया। शोर सुनकर आसपास के लोग आ गए। सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची। दोनों को सदर अस्पताल भेजा गया। डॉक्टरों ने बताया कि सीने में चोट लगने की वजह से पीएसी जवान का फेफड़ा डैमेज हो गया है। यह कहते हुए बीआरडी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। अभी उन्हें मेडिकल कॉलेज ले जाने की तैयारी चल ही रही थी तभी उन्होंने दम तोड़ दिया। इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि घटना के बाद पीएसी जवान काफी देर तक दर्द से तड़पते रहे। वह बार-बार पानी मांग रहे थे। अभी 4 महीने पहले ही जवान की शादी हुई थी। हादसा बेलीपार थाना क्षेत्र में सोमवार की सुबह 9.30 बजे हुआ। पीआरडी जवान का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। पी ए सी जवान अभिषेक दूबे (27) गोला थाना क्षेत्र के खिरकिटा दूबे गांव के रहने वाले थे। उनके पिता अश्वनी दूबे यूपी पुलिस में श्रावस्ती जिले में इंस्पेक्टर पद पर तैनात हैं। बड़े भाई सोनू दूबे हैं। अभिषेक के साथ बाइक पर पीछे पीआरडी जवान मार्कंडेय बैठा था। अभिषेक का बीते 1 मई, 2025 को तिलक और 8 मई को शादी हुई थी। अभिषेक 30वीं वाहिनी पीएसी गोंडा में आरक्षी पद पर तैनात थे। जहां से गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में उन्हें भेजा गया था। सोमवार को वह अपने घर खिरकिटा से गोरखनाथ मंदिर जाने के लिए बुलेट से निकले। सुबह करीब 9 बजे वह घर से निकले। रास्ते में उन्हें बेलीपार थाने का पीआरडी जवान मार्कंडेय मिला। अभिषेक ने उन्हें भी अपनी बुलेट पर पीछे बैठा लिया। बेलीपार थाने से थोड़ा पहले महावीर छपरा के पास अचानक सड़क पर तेज रफ्तार बुलेट डिवाइडर पर चढ़ गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि इस दौरान बुलेट का स्लेटर फंसकर तेज हो गया था, जिससे डिवाइडर पर काफी दूर तक बुलेट तेज रफ्तार में दौड़ती रही। अभिषेक चाह कर भी बुलेट को नियंत्रित नहीं कर पाए। इसके बाद बुलेट से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए। आसपास के लोगों ने अभिषेक को घायल अवस्था में डिवाइडर पर ही लेटा दिया। इसके बाद बेलीपार पुलिस को कॉल किया। सचना मिलने के 10 मिनट के अंदर ही थानेदार विशाल सिंह वहां पहुंचे। एम्बुलेंस से जिला अस्पताल भिजवाया। विशाल सिंह ने बताया कि मैं जब घटना स्थल पर पहुंचा तब पीएसी जवान होश में थे। वह बार-बार पानी मांग रहे। पीएसी जवान अभिषेक ने ही अपने घर का एक नंबर दिया उस नंबर पर कॉल रिसीव नहीं हुई इसके बाद अपने मोबाइल से गांव के ही दूसरे व्यक्ति का नंबर दिया उस पर कॉल रिसीव हो गई। इसके बाद परिवार के लोगों से बात हुई। उन्हें घटनाक्रम बताते हुए जिला अस्पताल बुलाया गया। घटना के बाद उनके परिवार के लोग जिला अस्पताल पहुंचे। लेकिन तब तक अभिषेक ने दम तोड़ दिया था। इसके बाद वहां चीख पुकार मच गई। जिला अस्पताल में बार-बार परिवार के लोगों के पास अभिषेक की पत्नी का कॉल आ रहा था। वह अपने पति की हालत जानना चाह रही थी। लेकिन, परिवार के लोग कुछ बताना नहीं चाह रहे थे। काफी देर बाद अभिषेक के भाई ने सारी बात बताई। जिसके बाद वह फोन पर ही चीख-चीख कर रोने लगी।