
संत कबीर नगर (राष्ट्र की परम्परा)। वन महोत्सव (01 से 07 जुलाई) के उपलक्ष्य में खलीलाबाद रेंज अन्तर्गत कलेक्ट्रेट परिसर में पौधरोपण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस वर्ष पौधारोपण कार्यक्रम की थीम “एक पौधा माँ के नाम” के तहत अपर जिलाधिकारी जय प्रकाश द्वारा आम पौध, ज़िला होमगार्ड कमांडेंट शैलेश मिश्रा द्वारा कंजी, प्रभागीय वनाधिकारी अशोक कुमार सिंह द्वारा बरगद पौध तथा उपस्थित अन्य उपस्थित अधिकारियों-कर्मचारियों द्वारा कैन, आकाशमोनी, हरसिंगार, आँवला आदि पौधों का रोपण किया गया।
उल्लेखनीय है कि वन महोत्सव का प्रारंभ 1947 में हुआl जब इसे पहली बार पंजाबी वनस्पतिशास्त्री एमएस रंधावा द्वारा 20 से 27 जुलाई तक आयोजित किया गया था। तत्कालीन दिल्ली पुलिस आयुक्त खुर्शीद अहमद खान ने 20 जुलाई 1947 को वन महोत्सव के पहले आयोजन का उद्घाटन किया, जिसमें वनस्पतियों और जीवों पर वनों की कटाई के प्रभाव पर जोर दिया गया था। डॉ. राजेंद्र प्रसाद और जवाहरलाल नेहरू जैसे राष्ट्रीय नेताओं द्वारा एक समृद्ध वृक्षारोपण अभियान चलाया गया, तब से वन महोत्सव मनाने और पेड़ लगाने की परंपरा चली आ रही है। 1950 में इसे खाद्य और कृषि मंत्री कन्हैया माणिलाल मुंशी द्वारा राष्ट्रीय गतिविधि के रूप में घोषित किया गया था। बाद में इस त्योहार को जुलाई में पहले सप्ताह में स्थानांतरित कर दिया गया और 1950 में इसका नाम बदलकर वन महोत्सव कर दिया गया।
वन महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर मौलाना आज़ाद इंटर कॉलेज खलीलाबाद में वन महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया इस अवसर पर प्रधानाचार्य यूनिस अख़्तर खान द्वारा कदम्ब पौध क्षेत्रीय वन अधिकारी रणविजय सिंह ने आम तथा उपस्थित अध्यापकगण द्वारा आम, बकैन, कचनार, आकाशमोनी आदि 75 पौधों का रोपण किया गया।
इस अवसर पर वन दरोगा खलीलाबाद विनोद यादव, प्रदीप साहू, शशि भूषण शर्मा, वन रक्षक अवनीश पटेल, दीप रंजन वर्मा माली द्वारा भी पौधारोपण किया गया।
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