November 3, 2024

राष्ट्र की परम्परा

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नौनिहालों का बेंचा जा रहा पोषाहार बच्चें हो रहे कुपोषण का शिकार, अधिकारी मौन

नौनिहालों का पोषाहार आटा चक्की मशीन पर पहुंच रही, हो रहा पिसाई

ब्लाक से पोषाहार लाने पर लिया जाता रसूख

महराजगंज (राष्ट्र की परम्परा)। जिले के मिठौरा ब्लाक अंतर्गत बाल विकास परियोजना के अंतर्गत नौनिहालों को मिलने वाले पोषाहार अब बच्चों के मुख से कोसों दूर चला गया है। यही वजह है कि अधिकांश बच्चे कुपोषण के शिकार होते चले आ रहे हैं लेकिन विभागीय अधिकारियों पर कोई असर पड़ने वाला नहीं है। वहीं आंगनबाड़ी कार्यकत्री व मिनी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा विभागीय अधिकारियों के कमीशन के चक्कर में नौनिहालों का पोषाहार बेचकर उनकी खाना पूर्ति करने में व्यस्त और मस्त है। लेकिन विभागीय अधिकारियों को इसकी भनक भी नहीं लगता है।यही कारण है कि ऐसे कृत्य करने से पहले जिम्मेदार भुल जाते हैं कि आखिर पोषाहार बेच रहे हैं तो कहीं न कहीं इसका भेद खुल जायेगा। प्राप्त समाचार के अनुसार मिठौरा ब्लाक में इन दिनों आंगनबाड़ी कार्यकत्री व मिनी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा विभागीय अधिकारियों के कमीशन के चक्कर में नौनिहालों का पोषाहार बेचकर उनकी खाना पूर्ति करने में व्यस्त और मस्त है । लेकिन यह भुल जाती हैं कि इसका खुलासा कहीं न कहीं एक दिन हो जायेगा ठीक ऐसा ही मामला मिठौरा ब्लाक के नन्दा भार चौराहे पर आटा चक्की मशीन पर लगभग 15 किलो पोषाहार को एक बोरी में भरकर मधुबनी ग्राम पंचायत के एक व्यक्ति पिसवाने के लिए आया था। वहां उपस्थित लोगों द्वारा पोषाहार देखकर सभी के होश उड़ गए।पुछने पर उसने बताया कि यह पोषाहार आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा मिला है। पैसा देकर लाए हैं। सूत्रो के अनुसार बताया गया कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों व मिनी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का मानदेय कम मिलता है कार्य अधिक है फिर भी ब्लाक में मौजूद सुपरवाइजर सहित अधिकारी कमीशन की खोज करते हैं जिसमें 200 रुपये से लेकर 500 रुपये देना अनिवार्य है। यह रकम हर बार पोषाहार लाते समय दिया जाता है। ऐसे में नौनिहालों का पोषाहार बेचकर उनकी खाना पूर्ति करना दिन चर्या बन गया है।यही वजह है कि अधिकांश बच्चे कुपोषण के शिकार होते चले आ रहे हैं लेकिन विभागीय अधिकारियों पर कोई असर पड़ने वाला नहीं है। आला अधिकारी बिल्कुल मौन धारण किए बैठे हैं। इस संबंध में मिठौरा ब्लाक के सीडीपीओ अनुराग त्रिपाठी ने कहा कि किसी दिन आकर जांच करता हूं।