Saturday, November 8, 2025
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उत्तर भारतीयों को विकल्प के रूप में चांदीवली को मिल गए है – युवा नेता पवन पाठक

मुंबई (राष्ट्र की परम्परा)। कुर्ला 168 -चांदीवली विधानसभा मे साइलेंट वॊटर कहेजाने वाले किंग मेकर उत्तर भारतीय समाज चांदीवली विधान सभा सहित पूरे मुम्बई में नेताओ का भविष्य तय करता दिखाई दे रहा है। आज चांदीवली विधान सभा मे जहा उत्तर भारतीय वोटरो को लुभाने के लिए कांग्रेस उम्मीदवार आरिफ नसीम खान वाद विवाद को बढ़ाने लगे है तो वही शिंदेगुट के मौजुदा विधायक दिलीप लांडे उत्तर भारतीय समाज का वोट लेने के फिराक मे है लेकिन चांदीवली विधानसभा मे एक युवा चेहरा नाम पवन पाठक गूंज रहा है जो कि उत्तर भारतीय समाज के लाखों वोट सहित हर समाज आज पवन पाठक को एक सक्षम तेजतर्रार नेता के रूप में देख रहा है। चांदीवली विधान सभा मे पवन पाठक जब से हिन्दू महासभा के समर्पित अपक्ष उम्मीदवार के रूप (बासुरी) निशानी से खड़े हुए है तब से हिन्दू समाज सहित कई अलग – अलग धर्म के लोगो का भी पवन पाठक को जबरदस्त समर्थंन मिल रहा है। देखा जाए तो पवन पाठक 20 वर्ष से एक खोजी पत्रकार के रूप में समाज मे कार्य कर चुके है और भारतीय पत्रकार संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी है। वही उनका आधार राजनीतिक का 1999 से बीजेपी से बना है। बूथ प्रमुख से अपना राजनीतिक जीवन शुरू करने वाले पवन पाठक आज एमएलए का चुनाव भी लड़ रहे है। स्थानिक लोगो के चर्चा में पवन पाठक के कद्द की मदद की खूब चर्चा भी हो रही है। लोगो ने बताया कि पाठक जहा भी सभा नुक्कड़ पर पदयात्रा पर निकल रहे है वहा महीनों से बंद पड़ा पानी की व्यवस्था उनके पहूचते ही जन समस्यांए सुरु हो जा रहा है। वैसे पवन पाठक ने अपने जनता के मांगो को अपने संकल्प पत्र में जनमानस की बुनियाद को देखते हुए घोषित किया है। आज पवन पाठक सर्व समाज सहित उत्तर भारतीयों के लाडले युवा नेता के रूप में उभरकर सामने आए है। जहा उन्हें लाखो लोग सुनने के लिए भी आते है कहा जाता है कि इस बार चांदीवली विधान सभा मे दो दिग्गजों के धुआधार लड़ाई में पवन पाठक कई हजारो मतों से विजयी हो सकते है। यह साइलेंट वोटर का खेल चांदीवली में जो चल रहा है यह बड़ा ही रोचक होने वाला है।

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