6 जून को रखा जाएगा निर्जला एकादशी व्रत
सलेमपुर, देवरिया(राष्ट्र की परम्परा)।निर्जला एकादशी व्रत सनातन धर्म व संस्कृति का प्रमुख महत्वपूर्ण व्रतों में से एक है।यह व्रत भगवान विष्णु जी को समर्पित व्रत है, इसे ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष के एकादशी तिथि को रखा जाता है। उक्त बातें बताते हुए आचार्य अजय शुक्ल उर्फ जीउत बाबा ने कहा कि इस साल यह व्रत 6 जून शुक्रवार को मनाया जाएगा। पंचाग के अनुसार एकादशी तिथि 6 जून को रात 2 बजकर 15 मिनट पर शुरू होकर 7 जून को सुबह 4 बजकर 47 मिनट बजे समाप्त होगा। उदया तिथि के अनुसार व्रत 6 जून को रखा जाएगा। पारण का शुभ मुहूर्त 7 जून को दोपहर 1 बजकर 44 मिनट से 4 बजकर 31 मिनट तक रहेगा।इस दिन भक्त बिना अन्न जल के व्रत रखते हैं। मान्यता है कि साल के सभी 24 एकादशियों के व्रत के बराबर अकेले निर्जला एकादशी व्रत रखने से पूण्य फल प्राप्त होता है।सभी कष्टों का समूल नष्ट होता है।इस दिन नारियल का दान महत्वपूर्ण होता है, इस व्रत में भगवान विष्णु को तुलसी पत्र अर्पित करना शुभ माना जाता है। व्रत की शुरूआत सुबह नित्य क्रिया कर्म से निवृत्त होकर स्नानादि करके पवित्र होकर तुलसी की मंजरी व पत्र भगवान विष्णु की मूर्ति पर अर्पित कर “ॐ नमः भगवते वासुदेवाय” मंत्र जप 108 बार करें।लेकिन ध्यान रखें तुलसी पत्र एकादशी के दिन न तोड़े एक दिन पहले ही तोड़कर रख दें।इस व्रत के करने से मानव जीवन में कभी भी कष्ट नही होता है।
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