मझौली राज /देवरिया (राष्ट्र की परम्परा)। सर्द रातों में उत्तर प्रदेश में कोई भी खुले आसमान के नीचे न सोने पाए, ऐसा निर्देश उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के है । जिससे ठंड एवं शीतलहर को देखते हुए सभी नगरीय निकायों में रैन बसेरों/शेल्टर होम्स को मिशन मोड में सक्रिय किया जाए। जिससे जरूरतमंद लोगों को रहने की सुविधा मिल सके। रैन बसेरा व शेल्टर होम्स में ऐसे जरूरतमंद व्यक्तियों जिनके पास ठहरने की सुविधा नहीं है रहने की सुविधा दी जाए जिससे उन्हें खुले में या सड़क या पटरियों पर न सोना पड़े।इन रैन बसेरा में महिला-पुरुषों के लिए अलग-अलग व्यवस्था करने का प्रावधान है । रैन बसेरा में रुकने वाले व्यक्तियों को ठंड से बचाने एवं आवश्यक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए समस्त उपाय प्रबंध किया जाए। बेड शीट, कंबल इत्यादि की सफाई और धुलाई नियमित रूप से की जाए। रैन बसेरा व शेल्टर होम्स में महिलाओं और पुरुषों के स्नान घर शौचालय आदि की व्यवस्था अलग-अलग की जाए। समस्त रैन बसेरों में केयर टेकर भी तैनात किए जाएं, जिसका नाम, पदनाम, मोबाइल नंबर रैन बसेरों के गेट पर अवश्य दर्शाया जाए। जिसपर रैन बसेरे के संचालन का उत्तरदायित्व होगा। लेकिन इस फरमान से विपरीत नगर पंचायत मझौली राज में बना रैन बसेरा देखने से खाना पूर्ति करता ही दिख रहा है । मझौली राज में दो स्थानों पर बने रैन बसेरे में पहला रैन पहला रैन बसेरा नगर पंचायत कार्यालय के ठीक नीचे दो कमरों में बनाया गया है जिसमें एक महिला और एक पुरुष के लिए लेकिन दोनों कमरों में ताला लटक रहा था ।एक बोर्ड पर केयर टेकर और अन्य जानकारियां लिखी तो है लेकिन कोई उपस्थित नहीं मिला ,वही वार्ड नंबर 3 सरदार पटेल नगर में बना रैन बसेरा भी इसी हालत में मिला यहां भी ताला लटक रहा था और कोई व्यक्ति उपलब्ध नहीं रहा । जिससे मझौली राज नगर पंचायत में बना यह रैन बसेरा सिर्फ खाना पूर्ति करता ही दिख रहा है ।
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