
बलिया (राष्ट्र की परम्परा)। मानवता की मिसाल पेश करते हुए ग्राम भरथाव (पोस्ट भरथाव, थाना सिकंदरपुर) निवासी पूर्व प्रधान वीरेंद्र कुमार राजभर के परिवार ने एक लावारिस नवजात बच्ची को अपनी बेटी के रूप में अपनाने का निर्णय लिया है। घटना गुरुवार दोपहर लगभग एक बजे की है। वीरेंद्र कुमार राजभर की भतीजी शिल्पी देवी, पत्नी सुनील कुमार राजभर, जो इन दिनों मायके भरथाव आई हुई थीं, दवा लेने के लिए मालदा जा रही थीं। रास्ते में कटघरा मंदिर से पहले, पूर्व मंत्री राजधारी सिंह के बगीचे के पास झाड़ियों में उन्हें नवजात बच्ची लावारिस हालत में मिली। शिल्पी देवी ने बिना देर किए बच्ची को अपनी गोद में उठा लिया और घर लेकर आईं। परिजनों ने परामर्श के बाद बच्ची को बेटी के रूप में पालने-पोसने और उसका भविष्य संवारने का संकल्प लिया। ग्रामवासियों ने इस कदम की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि यह कार्य पूरे समाज के लिए प्रेरणा है और यह साबित करता है कि आज भी इंसानियत जिंदा है।