

ससुराल के जल से होगा रामलला का जलाभिषेक
संत कबीर नगर (राष्ट्र की परम्परा)। अयोध्या में भगवान श्रीराम के प्राण प्रतिष्ठान का समय जैसे-जैसे निकट आ रहा है, वैसे ही राम भक्तों की आस्था और विश्वास देखते ही बनती है। भगवान राम के ससुराल जनकपुर नेपाल राष्ट्र के लोग अपने दामाद के महल (मंदिर) में प्रवेश को लेकर आतुर हैं। अपने राम और जानकी के स्वागत को लेकर विभिन्न कार्यक्रम और अपना सहयोग कर रहे हैं। अयोध्या में रामलला के जलाभिषेक के लिए नेपाल की प्रमुख पवित्र नदियों का जल एकत्रित किया गया है। जिसमे बागमती, नारायणी, गंगा सागर, दूधमति, काली, गंडकी, कोशी, कमला आदि नदियों का जल भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के समय जलाभिषेक व पूजन विधि में उपयोग किया जाएगा।
नदियों के पवित्र जल को श्री गहवा माई रथ यात्रा समिति, वीरगंज के साथ नेपाल हिंदू परिषद की ओर से जनकपुर से अयोध्या ले जाया जा रहा है। राम मंदिर को लेकर नेपाल में राम भक्त काफी उत्साहित दिख रहे हैं।
ध्यातव्य है कि प्राण प्रतिष्ठा के समय पूजन में विभिन्न पवित्र नदियों के जल से भगवान की मूर्ति का स्नान कराया जाता है। जिसके निमित्त नेपाल के विभिन्न नदियों का जल संग्रह कर के 27 दिसंबर को जनकपुर में विधिवत पूजन के बाद जलाभिषेक का कलश लिए रथ विभिन्न स्थान से गुजरते हुए शुक्रवार, 29 दिसंबर को संत कबीर नगर जिले में पहुंचाl जिसे समिति के सदस्य श्री राम मंदिर जन्मभूमि न्यास को यह जल कलश शुक्रवार की देर शाम सौंपेंगेl
जल कलश को लेकर जा रहे रथ का जिले के नेदुला चौराहे पर सुप्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. के.सी. पाण्डेय के नेतृत्व में प्रदीप कुमार सिसोदिया, जय प्रकाश ओझा, हनुमान चौरसिया, महेश माझी सहित सैकड़ों राम भत्तों ने जल कलश का दर्शन पूजन कर स्वागत कियाl
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