जल निकासी न होने से बरसाती पानी ने मचाया तांडव
बलिया (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)। बेल्थरा रोड से सिकंदरपुर तक बनने वाली सड़क निर्माण परियोजना किसानों के लिए मुसीबत बन गई है। निर्माण में बरती गई लापरवाही और जल निकासी की कमी के कारण क्षेत्र के कई गांवों में धान की फसल पानी में डूबकर बर्बाद हो गई है।
सूत्रों के अनुसार, सड़क निर्माण के दौरान पटरियों को गहराई तक खोदा गया, लेकिन बीच-बीच में पुलिया नहीं बनाई गई, जिससे बरसात का पानी खेतों में भर गया। पहले से मौजूद प्राकृतिक जल निकासी मार्गों को मिट्टी डालकर बंद कर दिया गया, जिसके कारण किसानों के खेतों में पानी ठहर गया।
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स्थानीय किसानों का कहना है कि धान की पौध पीली पड़ रही है और सड़ने लगी है, जिससे एक सीजन की पूरी कमाई डूब गई है। किसानों ने कई बार ठेकेदार और संबंधित विभाग को समस्या से अवगत कराया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। कुछ किसानों ने पाइप और मोटर से पानी निकालने की कोशिश की, लेकिन प्रयास असफल रहे।
किसानों की मांग है कि सड़क के दोनों ओर जल निकासी की उचित व्यवस्था की जाए और जहां आवश्यक हो, पुलिया बनवाई जाए। इसके साथ ही जलभराव से फसल नष्ट होने वाले किसानों को मुआवजा दिया जाए। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र समाधान नहीं हुआ, तो वे आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
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