बरहज/देवरिया (राष्ट्र की परम्परा)। कपरवार में चल रही श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में श्रद्धालुओं को कथा श्रवण कराते हुए कथा व्यास डाक्टर श्रीप्रकाश मिश्र ने कहा कि जुआ व भ्रष्टाचार के द्वारा इकठ्ठा किया गया धन इहलोक व परलोक दोनों का नाश कराता है। दुर्योधन इत्यादि ने युधिष्ठिर के सामने जुआ का प्रस्ताव रखा जिसे युधिष्ठिर ने स्वीकार कर लिया। जुआ में राजपाठ धन दौलत और द्रोपदी को भी हार गए। तब दुर्योधन ने अपने भाई दु:शासन को आदेश किया कि द्रौपदी अपनी दासी हो गई है उसे सभा में लाकर नंगा कर दो, आदेश पाते ही दु:शासन द्रोपदी का साड़ी खींचने लगा द्रौपदी हाथ जोड़कर अपनी लाज बचाने के लिए सभा मे उपस्थित सभी जनो से प्रार्थना करने लगी । लेकिन कोई बचाने नहीं आया तो थक-हार कर अंत में भगवान श्रीकृष्ण को पुकारा । द्रोपदी की पुकार सुन श्रीकृष्ण ने आकर साडी के रुप में प्रवर्तित होकर द्रोपदी की लाज बचाकर दुर्योधन और दु:शासन इत्यादि का अहंकार चूर चूर कर दिया । यहीं से पूरे कौरवकुल के विनाश की नींव रख दी गई । इस अवसर पर सुरेन्द्र प्रसाद गुप्त, राम अवध गुप्त, अनिल गुप्त, राम अधार, अमित मिश्र,जयप्रकाश, जयशंकर आदि मौजूद रहे।
भ्रष्टाचार से प्राप्त धन करता है सर्वनाश- डाक्टर श्रीप्रकाश
RELATED ARTICLES
