नई दिल्ली(राष्ट्र की परम्परा)
शारदीय नवरात्र पर्व पर मां दुर्गा और उनके नौ अवतारों की पूजा करने का विशेष महत्व है। लोग मां दुर्गा का पूजन वंदन आरती और भक्ति भजन के साथ कलश स्थापना करते हैं। कहीं कहीं पर गरबा खेलने का भी प्रचलन है। पूरे देश भर में लोग नवरात्र उत्सव अपने अपने ढंग से मनाते हैं। नवरात्र में कन्या पूजन का विशेष महत्व बताया गया है। हिंदू धर्म के अनुसार कन्याओं को देवी का स्वरूप माना गया है।
इस नवरात्रि पर अनुराग्यम मंच के द्वारा एक खास कार्यक्रम का आयोजन संपन्न किया गया। इस आयोजन में प्रतिभागी रचनाकारों ने अपने वास्तविक जीवन पर हुई घटनाओं पर आधारित रचनाएं सुनाकर सभी को आश्चर्यचकित कर दिया। जो कि माता रानी के चमत्कार से उनके वास्तविक जीवन में घटित हुईं।
इस आयोजन में संस्था के संस्थापक सचिन चतुर्वेदी सहित अनुराग्यम की प्रमुख अन्वेषक डॉ तरुणा माथुर, निधि बंसल, दीपाली जैन, प्रज्ञा मिश्रा, मीनू बाला, अंकिता बेहती, ममता राजक एवं संचालिका सुशी सक्सेना सहित समस्त अनुराग्यम परिवार उपस्थित रहा। सभी रचनाकारों ने अपनी प्रतिभा का बेहतरीन प्रदर्शन कर सभी का दिल जीत लिया।
आयोजन में देश विदेश के श्रेष्ठ रचनाकारों ने उत्साहपूर्वक भागीदारी दिखाई। हम सभी मां दुर्गा की आराधना करते हैं। मां दुर्गा के आशीर्वाद से हमारे जीवन में कुछ न कुछ चमत्कार अवश्य होते हैं। हमारे इस कार्यक्रम में सभी श्रद्धालुओं ने अपने जीवन के उन वास्तविक चमत्कार के अनुभव साझा किए हैं, जो माता रानी के आशीर्वाद से हुए। जिसे सुनकर सभी लोग भाव विभोर हो उठे।
प्रतिभागियों को उनके बेहतरीन प्रदर्शन के आधार पर अनुराग्यम के संपादक मंडल द्वारा जज किया गया। सभी को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए अनुराग्यम नई दिल्ली द्वारा सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया। अंत में संस्थापक सचिन चतुर्वेदी ने अनुराग्यम परिवार के सभी सदस्यों सहित सभी रचनाकारों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए, उनका आभार व्यक्त किया और आयोजन का समापन किया।
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