December 23, 2024

राष्ट्र की परम्परा

हिन्दी दैनिक-मुद्द्दे जनहित के

मार्केटिंग…

मार्केटिंग, मार्केटिंग, मार्केटिंग,
यही हो रहा है आज हर क्षेत्र में,
व्यापार, व्यापार केवल व्यापार,
शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली पानी में।

व्यापार हो रहा है किडनी का,
व्यापार हो रहा हृदयरोग का,
घुटना प्रत्यारोपण का व्यापार,
आँख आपरेशम का व्यापार।

मुर्दों को ज़िंदा कहने का व्यापार,
कोमा में गया बताकर पैसे ऐंठने,
और बिल बढ़ाते रहने का व्यापार,
मिला तारगेट पूरा करने का व्यापार।

अस्पताल कारपोरेट बने व्यापारी,
नक़ली दवा बनाने के हैं व्यापारी,
शिक्षा माफिया कोचिंग व्यापारी,
परीक्षा प्रश्नपत्र बेचने के व्यापारी।

बिजली पानी की भी ठेकेदारी,
मीटर रीडिंग में हावी ठेकेदारी,
बिल बढ़ा घटा कर जनता को,
सदा लूटने की करते हैं तैयारी।

अवैध पार्किंग ठेके के व्यापारी,
टैक्स बढ़ाकर घटाने के व्यापारी,
ठेकेदार धर्म के नाम पर जनता में,
दंगा फ़साद करवाने वाले व्यापारी।

नक़ली नोट बनाने वाले व्यापारी,
खनन अवैध कराने वाले व्यापारी,
ज़मीन ख़रीद बेचने वाले व्यापारी,
आदित्य हर धंधे में अब हैं व्यापारी।

कर्नल आदि शंकर मिश्र ‘आदित्य’