प्राइवेट विद्यालयों में सुरक्षा व्यवस्था नदारद, अभिभावकों ने की डीएम से कार्रवाई की मांग

महराजगंज(राष्ट्र की परम्परा)।जनपद के तमाम प्राइवेट विद्यालयों में बच्चों को लाने–ले जाने के लिए कबाड़ और जर्जर वाहनों का उपयोग किया जा रहा है। स्थिति इतनी भयावह है कि किसी भी दिन बड़ा हादसा होने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता।
सदर ब्लाक क्षेत्र के रामपुर बुजुर्ग, परासखाड़, महुहवा ढाला और बागापार चौराहा स्थित विद्यालयों में दर्जनों जर्जर वाहन बच्चों को ढोने का काम कर रहे हैं। यही हाल मिठौरा ब्लाक के चौक बाजार, अरनहवां झनझनपुर चौराहा, सिंदुरिया, टीकर, खोस्टा, मोहनापुर और मदनपुरा क्षेत्रों में देखने को मिल रहा है।
सिसवा ब्लाक के सेमरा, हेवती, चिऊटहा, कदुआगंज, सबेया ढाला और मथनिया क्षेत्रों में भी ऐसे ही कबाड़ वाहनों से बच्चों की ढुलाई जारी है। इन वाहनों की न तो फिटनेस जांची गई है और न ही चालकों के पास पर्याप्त अनुभव और मान्य लाइसेंस होने की पुष्टि है। लगातार हो रही इस लापरवाही से अभिभावकों में गहरी चिंता व्याप्त है। उनका कहना है कि विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से कबाड़ वाहन बिना रोक-टोक संचालित हो रहे हैं और जिला प्रशासन इस गंभीर मामले पर चुप्पी साधे हुए है।
अभिभावकों ने जिलाधिकारी से तत्काल संज्ञान लेने और जिले के सभी विद्यालयों में संचालित वाहनों की फिटनेस जांच, चालकों के लाइसेंस व सुरक्षा मानकों की पड़ताल कराने की मांग की है। उनका कहना है कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो कभी भी मासूम बच्चों की जिंदगी खतरे में पड़ सकती है।