December 24, 2024

राष्ट्र की परम्परा

हिन्दी दैनिक-मुद्द्दे जनहित के

कवि सम्मेलन में बही प्रेम की धारा मंत्रमुग्ध रहे साहित्य प्रेमी श्रोता

बहराइच(राष्ट्र की परम्परा)
खैरीघाट क्षेत्र के माता चंडी स्थान पिपरिया में हो रही श्री चंडी महायज्ञ में शनिवार की देर शाम कवि सम्मेलन संपन्न हुआ। कार्यक्रम में आए कवियों ने खूब वाहवाही लूटी। कोई देश भक्ति तो कोई भाईचारा की कविता सुनाकर लोगों का मन मोह लिया। देर रात तक दर्शक डटे रहे। भीषण ठंडक के बावजूद भी लोग बैठे रहें और कार्यक्रम का पूरा आनंद लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता साहित्य भूषण रामकरण सैलानी ने की वहीं मंच संचालन लखीमपुर से आए कवि विनय प्रकाश ने किया।कार्यक्रम की शुरुआत गोंडा की कवियत्री डॉ0 ज्योतिमा रश्मि ने अपनी मधुर स्वर से मां सरस्वती की वंदना से की।कार्यक्रम में कवि अमन सिंह ने पढ़ा कोई नहीं है जहां में मेरे राम सा l इसके बाद डॉ ओम शर्मा ओम बाराबंकी ने हर रोज यहां निर्भया की मौत हो रही लगता है मेरे देश में इंसान नहीं है l राम सवारें द्विवेदी चातक ने पढ़ा जिस्म की हवस में सांस बेचते है l हास्य कवि अमरेंद्र अवस्थी फौजी ने ए बी सी डी ई एफ जी मैडम खेल रही पब्जी,पंकज शुक्ला नूतन ने पढ़ा माना मैं जंग जीत समंदर न बन सका,हास्य कवि विकास बौखल बाराबंकी,ज्ञान प्रकाश आकुल लखीमपुर,लोकेश त्रिपाठी लखनऊ, शेखर त्रिपाठी लखनऊ,शशांक पांडे लखीमपुर,लक्ष्मीकांत मृदुल बहराइच विनय प्रकाश मिश्र लखीमपुर,कवि राघव शुक्ला सूरज त्रिवेदी आदि ने देर रात तक महफिल सजाई। कार्यक्रम का संयोजन सुप्रसिद्ध गीतकार योगेन्द्र ने किया।इस दौरान कार्यक्रम अध्यक्ष मुकुंदराम मिश्र,राजेश पांडेय,चंद्रकेतु सिंह,जितेंद्र सिंह,राहुल मिश्र,हरिओम मिश्र,डा.सत्येंद्र,रोहित मिश्र,प्रेम शर्मा,डा.हरीश वर्मा,डॉ सौरभ मिश्र, अंकित शुक्ल समाजसेवी,पुष्कर उपाध्याय आदि सैकड़ों श्रोता गण मौजूद रहें ।