December 23, 2024

राष्ट्र की परम्परा

हिन्दी दैनिक-मुद्द्दे जनहित के

आइए हम सब मिलकर हर घर शहीदों की याद में एक दीप जलाएं – डॉ उमेश शर्मा

आगरा(राष्ट्र की परम्परा)
मेरी माटी मेरा देश अभियान आजादी का अमृत महोत्सव’ का समापन कार्यक्रम है। इस अभियान के अंतर्गत 9 से 30 अगस्त तक देश वासियों में देशप्रेम की भावना जागृत करने हेतु कई कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।
इस शुभ अवसर पर राष्ट्रवादी चिंतक एवं वरिष्ठ समाजसेवी डॉ उमेश शर्मा ने बताया कि मेरी माटी मेरा देश अभियान के तहत अपनी मातृभूमि को नमन करने का बहुत ही शुभ अवसर मिला है। अपने देश को आजाद करने में अपने प्राणों की आहुति देने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, देशभक्तों को याद करने का क्षण है। इसे उत्सव और भव्यता के साथ मनाएं इस बार का स्वतंत्रता दिवस अभियान बहुत खास है, इसे लेकर पूरे देश में बहुत सी तैयारियां की गई है। तो आइए आप और हम मिलकर फिर इतिहास बनाएंगे और देशहित में अपने प्राण भारत माता के चरणों में न्योछावर करने वाले शहीदों की याद में आगामी 15 अगस्त को हर घर में एक एक दीपक अवश्य जलाएं और देश की शान बढ़ाए। क्योंकि आज़ादी के अमृत महोत्सव में हो रहे इन सारे आयोजनों का सबसे बड़ा सन्देश यही है कि, हम सभी देशवासी अपने कर्तव्य का पूरी निष्ठा से पालन करें। तभी हम उन अनगिनत स्वतंत्रता सेनानियों का सपना पूरा कर पायेंगे और उनके सपनों का भारत बना पाएंगे। आजादी के वीर सपूतों के आदर्शो को आत्मसात कर उनके पदचिन्हों पर चल कर हम सभी लोगो को देश की सुरक्षा व विकास में अपना योगदान देंना हैं, तभी जाकर देश के वीर शहीदों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। पिछले साल आयोजित राष्ट्रव्यापी अभियान, हर घर तिरंगा बेहद सफल रहा था और इस साल आजादी का अमृत महोत्सव के तहत एक और महत्वाकांक्षी कार्यक्रम ‘मेरी माटी मेरा देश’ शुरू किया गया है। मेरी माटी मेरा देश आजादी का अमृत महोत्सव का समापन कार्यक्रम होगा, जिसके तहत भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने का उत्सव मनाया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत जन भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए, एक वेबसाइट भी लॉन्च की गई है, जहां लोग मिट्टी या मिट्टी का दीपक हाथ में लेकर अपनी सेल्फी अपलोड कर सकते हैं। ऐसा करके, हम भारत को एक विकसित देश बनाने, गुलामी की मानसिकता को खत्म करने, हमारी समृद्ध विरासत पर गर्व करने, एकता और एकजुटता बनाए रखने और नागरिक के रूप में अपने कर्तव्यों को पूरा करने और राष्ट्र की रक्षा करने वालों का सम्मान करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए, पंच प्राण की प्रतिज्ञा ले सकते हैं। एक बार प्रतिज्ञा लेने के बाद, भागीदारी का एक डिजिटल प्रमाणपत्र वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है।
शर्मा ने आगे कहा कि आइए हम सब मिलकर हिस्सा बनकर, अपनी भूमि से जुड़ें, वीरों को श्रद्धांजलि दें और राष्ट्र के धरोहरों के प्रति जन-जन में गौरव का भाव पैदा करें और भारत को विकसित देश बनाने, गुलामी की मानसिकता को जड़ से निकालने, देश की समृद्ध विरासत पर गर्व करने, एकता और एकजुटता के लिए कर्तव्यबद्ध रहने, नागरिक के कर्तव्य निभाने, देश की रक्षा करने वालों का सम्मान करने और भारत को 2047 तक विकसित देश बनाने का सपना साकार करने की शपथ लेता हूँ ।
“मैं डॉ उमेश शर्मा शपथ लेता हूँ कि विकसित भारत के निर्माण में अपनी भागीदारी निभाऊँगा और गुलामी की मानसिकता से मुक्ति के लिये हर सम्भव प्रयास करूंगा।तथा देश की एकता और एकजुटता के लिये सदैव प्रयासरत रहूँगा।

मै डॉ उमेश शर्मा शपथ लेता हॅू कि देश के गौरव के लिये प्राण देने वाले वीरों से प्रेरित होकर राष्ट्र की रक्षा, सम्मान और प्रगति के लिये समर्पित रहूँगा और समृद्ध विरासत पर गर्व करुँगा तथा इसके उत्थान के लिए हमेशा कार्य करता रहूंगा। साथ ही देश की एकता और एकजुटता के लिए प्रयासरत रहूंगा। उन्होंने आगे कहा कि मेरे जीवन का एक एक क्षण मातृभूमि के लिए समर्पित हैं, और महापुरुषों के आदर्शों को आत्मसात कर उनके पदचिन्हों पर चलना ही आजादी के दीवानों को हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी। तो आइए देश की आजादी के 77वें वर्ष में हम सब मिलकर हर घर में गर्व से दीप जलाएं और अपने राष्ट्र की शान को और बढ़ाएं।