सलेमपुर/देवरिया(राष्ट्र की परम्परा) उत्तर प्रदेश में एसआईआर की कठोर प्रक्रिया और कार्यदबाव को लेकर उठ रहा असंतोष एक बार फिर गंभीर रूप से सामने आया है। जानकारी के अनुसार, सलेमपुर तहसील में तैनात लेखपाल आशीष कुमार का निधन अत्यधिक कार्यदबाव और मानसिक तनाव के कारण होने की आशंका जताई जा रही है। इस घटना ने राजस्व विभाग के कर्मचारियों में गहरा आक्रोश पैदा कर दिया है।
राष्ट्रीय समानता दल उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष संजयदीप कुशवाहा ने इस प्रकरण को सिस्टम की बड़ी चूक बताते हुए कहा कि “एसआईआर का बढ़ता दबाव अब कर्मचारियों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। सरकार को तत्काल हस्तक्षेप कर व्यवस्था में सुधार करना होगा।”
उन्होंने दो महत्वपूर्ण मांगें उठाई हैं—
पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाए।, एसआईआर की समय-सीमा बढ़ाकर कर्मचारियों को राहत दी जाए, ताकि वे मानसिक तनाव से मुक्त होकर कार्य कर सकें। कुशवाहा ने कहा कि यह केवल एक घटना नहीं, बल्कि एक चेतावनी है कि यदि प्रशासन ने समय रहते प्रक्रियाओं में संशोधन नहीं किया तो परिस्थितियाँ और भयावह हो सकती हैं।
राष्ट्रीय समानता दल ने सरकार को एक विस्तृत ज्ञापन सौंपने के साथ ही आवश्यकता पड़ने पर व्यापक जनांदोलन खड़ा करने की भी चेतावनी दी है।
कर्मचारी संगठनों का कहना है कि लगातार बढ़ते दबाव, अव्यवस्थित कार्यप्रणाली और समय-सीमा की कठोरता ने कर्मचारियों को अत्यधिक मानसिक बोझ तले दबा दिया है। ऐसे में इस घटना ने सरकारी सिस्टम के सुधार की जरूरत को एक बार फिर जोरदार तरीके से सामने ला दिया है।
