November 22, 2024

राष्ट्र की परम्परा

हिन्दी दैनिक-मुद्द्दे जनहित के

अमर शहीद पंडित विश्वनाथ मिश्र व जगरनाथ मल्ल की याद में हुआ दीपदान।

18 वर्षो से अनवरत स्मारक पर हो रहा है दीपदान कार्यक्रम ।

कार्यक्रम सयोजक अनिल निषाद को समाजसेवा के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार दिये जाने की मांग ।

बरहज/देवरिया(राष्ट्र की परम्परा) नगर के मुख्य चौक से महज 50 मीटर की दूरी पर अगस्त क्रांति 1942 के आंदोलनकारी सपूत पंडित विश्वनाथ मिश्र व जगरनाथ मल्ल के बलिदान दिवस पर आज कार्यक्रम सयोजक अनिल निषाद के नेतृत्व में मनाया गया जो आज ही के दिन 14 अगस्त 1942 में कैप्टन मूर की गोली से दोनों सपूत शहीद हो गए थे कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एडीएम बरहज रहे जिन्होंनो उनकी याद में दीपदान करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किया उन्होंने आजदी में बलिदान देने वाले सपूतो के सपनो को साकार करने को कहा जो इनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी । कार्यक्रम अनिल निषाद ने बताया बरहज में भारत माता को आजाद कराने के लिए नगर सहित आस पड़ोस के गावो के लोगो के साथ तिरंगा लेकर हाथों में जुलूस का नेतृत्व कर आगे बढ़ रहे थे जब इन दोनों क्रांतिकारियों ने बरहज थाने को कब्जे में लेकर तिरंगा इसी जगह लहराया था लोगो का गुस्सा देखकर वहां से सारे पुलिस कर्मी भाग खड़े हुए थे लोगो ने 14 अगस्त 1942 को ही बरहज को अंग्रेजी हुकूमत से आज़ाद करा लिया इसकी सूचना मिलते ही अंग्रेज अधिकारी कैप्टन मूर भारी पुलिस बल के साथ गोरखपुर से बरहज आया और मुख्य चौराहे पर आजादी का तिरंगा लिए जश्न मना रहे दोनों सपूतो पर गोली चला दी जिसमे कुरह परसिया निवासी पंडित विश्वनाथ मिश्र व बरौली निवासी जगरनाथ मल्ल हाथों में तिरंगा लिए सदा के लिए भारत माँ के चरणों मे अपने को न्यौछावर कर दिया । आज उनके बलिदान दिवस 14 अगस्त दिन सोमवार को शाम पांच बजे दीपदान कार्यक्रम हुआ । कार्यक्रम मे विशिष्ट अतिथि मुन्ना सिंह डॉ अजय सिंह सत्यप्रकाश सिंह मिंटू सुधीर निषाद आदि लोगो ने उनके याद में बने भव्य स्मारक पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उनके जीवन कृत्यों पर प्रकाश डाला वही लगातार18 वर्षो से शहीद सपूतो के सम्मान में कार्यक्रम आयोजित करने वाले समाजसेवी अनिल निषाद को राष्ट्रपति पुरस्कार दिए जाने की माँग की गई । कार्यक्रम का समापन राष्ट्र गान से सम्पन हुवा ।