छत्तीसगढ़ व कुशीनगर के तीन लोगों पर सहजनवां थाने में दी तहरीर
गोरखपुर (राष्ट्र की परम्परा)। जनपद के सहजनवां थाना क्षेत्र में डिजिटल मार्केटिंग, वेबसाइट निर्माण और स्टॉक ट्रेडिंग के नाम पर लाखों रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। इस संबंध में रामकेश मौर्य, विशाल गुप्ता, मोनू मौर्य, शिवदास गुप्ता, राजेश धर दूबे, रामू गुप्ता, बृजेश कुमार, विजय कुमार मौर्य, सुधीर कुमार पांडेय और शत्रुधन गुप्ता सहित 11 लोगों ने थानाध्यक्ष सहजनवां को सामूहिक प्रार्थना पत्र देकर कठोर कार्रवाई की मांग की है।
शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि रजनी प्रजापति (पुलिस लाइन, बिलासपुर, छत्तीसगढ़), धनंजय शुक्ला और विपिन बिहारी शुक्ला (ग्राम मुंडेरा उपाध्याय, पोस्ट विक्रम बिशुनपुर, हाटा, कुशीनगर) ने डिजिटल एप्लिकेशन और वेबसाइट निर्माण के नाम पर बड़ी रकम वसूल की।
पीड़ितों के अनुसार आरोपितों ने डिजिटल मार्केटिंग, स्टॉक ट्रेडिंग और ऑनलाइन बिजनेस के नाम पर एक आकर्षक योजना बताई थी। उन्होंने दावा किया कि निवेश करने वालों को सॉफ्टवेयर, वेबसाइट और ऑनलाइन ट्रेनिंग दी जाएगी, जिससे वे अतिरिक्त कमाई कर सकेंगे। लोगों ने विश्वास कर नकद और ऑनलाइन माध्यम से रकम टीडीएस सॉल्यूशन नामक संस्था के बैंक खाते (संख्या 50200105201730, शाखा सहजनवां) में जमा की।
लेकिन शिकायतकर्ताओं के मुताबिक न तो एप्लिकेशन तैयार हुआ, न वेबसाइट और न ही ट्रेनिंग दी गई। जब पीड़ितों ने पैसा वापस मांगा तो धनंजय शुक्ला ने कहा कि रकम किसी स्कीम में निवेश की गई है और छह महीने बाद चेक से लौटा दी जाएगी। इसके बाद 4 अक्टूबर से उनका मोबाइल फोन बंद है और कार्यालय पर भी ताला लटका हुआ है।
रामकेश मौर्य और अन्य पीड़ितों ने बताया कि उन्होंने अपनी मेहनत की कमाई से निवेश किया था और अब रकम डूबने की आशंका से वे मानसिक रूप से परेशान हैं। कुछ लोगों ने बताया कि उन्होंने उधार लेकर निवेश किया था, अब उधारी चुकाने में कठिनाई हो रही है।
सभी शिकायतकर्ताओं ने पुलिस से निष्पक्ष जांच कराते हुए रजनी प्रजापति, धनंजय शुक्ला और विपिन बिहारी शुक्ला के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि यह एक संगठित ठगी गिरोह का मामला प्रतीत होता है, जो डिजिटल स्कीमों के नाम पर भोले-भाले लोगों से धन ऐंठ रहा है।